नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पर बुधवार को आरोप लगाया कि वह दो साल से वह देश को गुमराह नहीं करने की कोशिश कर रहे हैं जबकि विजय माल्या, नीरव मोदी आदि भगोड़ों की संपत्ति जब्त करने एवं नीलामी की कार्रवाई चल रही है। पार्टी ने यह भी दोहराया कि किसी भी भगोड़े का कोई ऋण माफ नहीं किया गया है और सरकार एक एक पाई वसूल करेगी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि सूचना के अधिकार के तहत एक सूचना का आधार लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि सरकार ने फंसे हुए कर्ज की 62 हजार करोड़ रुपए की राशि को माफ कर दिया है।
जावड़ेकर ने कहा कि गांधी क्या इस फर्क को नहीं समझते हैं कि बैंक के खातों में किसी ऋण को ‘राइटिंग ऑफ’ करने का मतलब ‘वेविंग ऑफ’ यानी माफ करना नहीं होता है। उन्होंने कहा कि किसी फंसे हुए कर्ज़ को राइट ऑफ का मतलब माफ करना नहीं होता है। कर्जदारों के विरुद्ध वसूली की कार्रवाई बंद नहीं की गई है। लेकिन गांधी दो साल से ऐसा भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गांधी को पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम से वित्तीय लेखांकन प्रणाली के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। चिदंबरम उन्हें समझाएं कि खाते की किताब में फंसे हुए ऋण की राशि को ‘राइट ऑफ’ करने का मतलब ‘वेव ऑफ’ यानी माफ करना नहीं होता है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने एक रुपए का भी ऋण माफ नहीं किया है। ऐसे भगोड़े कर्जदार नीरव मोदी को जेल में डाला गया है। उनकी संपत्ति काे जब्त करके नीलाम की गई है। इसी तरह से विजय माल्या के रास्ते बंद हो गए हैं। उनको देश में लाया जाएगा।
जावड़ेकर ने कहा कि जो भी फंसे हुए ऋण हैं उन्हें संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के शासनकाल में दिया गया था। मोदी सरकार उन ऋण खातों का पूरा पैसा वापस लाएगी।
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