तखतगढ़ (पाली)। समीपवर्ती पालडीजाेड़ गांव के फतापुरा गांव जाने वाले मार्ग पर गुरूवार काे पश्चिमी राजस्थान के प्रथम धर्म रक्षा केन्द्र जयश्री शक्ति धाम श्री चामुंडा माता मंदिर एवं श्री गुरूकुलम् का भूमि पूजन महाेत्सव साधु-संताें की उपस्थिति एवं जिला परिषद सदस्य व पूर्व प्रधान हरिशंकर मेवाड़ा एवं जयश्री शक्तिधाम सेवा समिति अध्यक्ष गुरूजी ललित भारती महाराज ने वैदिक मंत्राेच्चार के बीच भूमि पूजन कर धाम निर्माण की आधार शिला रखी।
करीब 11 बजे सुमेरपुर-शिवगंज के प्रबुद्धजनाें की माैजूदगी में भूमि पूजन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इसके बाद आयाेजित सभा में जय श्री शक्तिधाम सेवा समिति की ओर से संत चावंड कठावला मठ के स्वामी हितेश्वरानंद सरस्वती, मल्लेश्वर महादेव मठ मंडवारिया के महंत तीर्थगिरी महाराज, जाणा मठ के भीमगिरी महाराज, ओमजी महाराज, कानपुरा मठ के श्रवणगिरी महाराज एवं हनुमानजी मंदिर सुमेरपुर के शिवराम दास महाराज समेत अन्य साधू-संताे का शाॅल अाेढाकर बहुमान किया गया। वहीं सरपंच महेन्द्रसिंह मेवाड़ा समेत अतिथियाें का माला व साफा पहनाकर बहुमान किया गया।
संतों ने हमेशा आगे बढ़कर धर्म की पुर्नस्थापना
मुख्य अतिथि हरिशंकर मेवाड़ा ने कहा कि जब-जब संसार में धर्म की हानि हुई है संतों ने हमेशा आगे बढ़कर धर्म की पुर्नस्थापना की है। संतों ने हमेशा देश को नई दिशा प्रदान की है। इसके लिए हमारा देश संतों का सदैव ऋणी रहेगा। यहां गुरूकुल बनने के बाद धर्म की रक्षा के लिए बच्चाें काे शस्त्र व शास्त्र विद्या दी जाएगी। साधू-संताें ने कहा कि अपने बच्चाें काे संस्कारवान बनाना जरूरी है। केवल किताबी ज्ञान ना देकर संस्कारवान बनाए ताकि सुरक्षित रह सके।
संताें ने कहा कि हिन्दू बार बार सो जाता है धर्म की रक्षा के लिए उसे जगाना पड़ता है। अब समय आ गया है कि हिंदू जगे, उठे व संगठित होकर हिंदू समाज के उत्थान के लिए कार्य में सहयोग करे। उन्होंने आमजन से कहा कि धाम निर्माण में तन, मन व धन से सहयाेग दें।
जयश्री शक्तिधाम सेवा समिति अध्यक्ष गुरू ललित भारती महाराज ने बताया कि धर्म की रक्षा हम करेंगे ताे धर्म हमारी रक्षा करेगा। इस भावना से पश्चिमी राजस्थान में प्रथम धर्म रक्षा केन्द्र का भूमि पूजन किया गया। जहां बच्चाें और युवाओ काे शस्त्र-शास्त्र की निशुल्क विद्या देकर निपुण किया जाएगा। उन्हाेंने प्रबुद्धजनाें ने धाम निर्माण में सहयाेग की अपील की। इस माैके पर समिति युवा उपाध्यक्ष सतीश हरवानी, सचिव मंजू भारती, सदस्य जंयतीलाल माली, झुमरलाल गर्ग, नेनमल साेनी, किशाेर भाटी, हंसाराम गर्ग, हिरालाल खंडेलवाल, माेहनलाल समेत प्रबुद्धजन माैजूद रहे।
इन्हाेंने धाम निर्माण में सहयाेग किया
गुरूकुल में स्व. हरकुदेवी पत्नी स्व. सेसमल सुथार की स्मृति में परिजनाें ने एक कक्ष निर्माण की राशि भेंट की। इसके अलावा शीलादेवी कालुभाई सिंधी सुमेरपुर, गीतादेवी पत्नी गुलाबराय लालवानी सुमेरपुर, जमनादेवी मेवाड़ा पत्नी हरिशंकर मेवाड़ा पालडीजाेड़, पुष्पा पत्नी मीठालाल रांका, सुमनदेवी पत्नी प्रकाशचंद्र अग्रवाल सुमेरपुर व श्री मां चामुंडा भराेसे ने 1 लाख 11 व 1 लाख 11 रूपए एवं बीसीएम ग्रुप पाली, निर्मला कंवर पत्नी सुरसिंह देवड़ा बांकली व सवाईसिंह माेतीसिंह राणावत बाेया की ओर से 51-51 हजार की सहयाेग राशि दी गई। इसके अलावा अन्य भामाशाहाें ने भी गुरूकुल निर्माण में बढचढ कर सहयाेग राशि प्रदान की है। गुरूकुल में बाेरवेल सेट तखतसिंह राठाैड़ द्वारा लगाया जाएगा।