काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में रविवार को तालिबान के प्रवेश करने के कुछ घंटे बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी और उनके सहयोगी देश छोड़कर ताजिकिस्तान तथा पाकिस्तान भाग गए है।
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि सत्ता हस्तांतरण की सहमित के बाद तालिबान ने ‘शांतिपूर्वक’ शहर में प्रवेश किया। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने बताया कि उन्हें काबुल में प्रवेश करने का अनुरोध मिला है। बाद में तालिबान के लड़ाके शहर में घुमते हुए देखे गए।
तालिबान के अफगानिस्तान में प्रवेश के साथ ही अमेरिका सहित कई देशों ने अपने राजनयिकों को वहां से वापस बुला लिया है। जर्मनी ने अपने दूतावास को बंद कर दिया है। वहीं अफगानिस्तान संसद के अध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ राजनेता देश छोड़कर पाकिस्तान चले गए है। तालिबान ने राजधानी काबुल में राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया है।
अफगानिस्तान की राष्ट्रीय सुलह के लिए सर्वोच्च परिषद के प्रमुख अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने राष्ट्रपति अशरफ गनी ने पद और अन्य के देश छोड़ने की पुष्टि की है। संयुक्त अरब अमीरात की एयरलाइन फ्लाईदुबाई ने तालिबान के अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में प्रवेश करने के बाद वहां जाने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है।
प्रेस कार्यालय ने आज यहां बताया कि फ्लाईदुबई ने अस्थायी रूप से काबुल जाने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी हैं। उन्होंने कहा कि हम स्थिति की निगरानी करेंगे और अधिकारियों के निर्देशों के अनुसार योजनाओं की समीक्षा करेंगे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार डच केएलएम एयरलाइन ने मौजूदा स्थिति को देखते हुए अफगानिस्तान के लिए उड़ानों पर रोक लगा दी है। वहीं ब्रिटिश एयरवेज ने कहा कि उसके विमान अफगानिस्तान के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं करेंगे।
रिपोर्ट के अनुसार तालिबान के उप नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण की देखरेख के लिए दोहा से काबुल पहुंच गए। अली अहमद जलाली, एक पूर्व आंतरिक मंत्री, नई अंतरिम सरकार का नेतृत्व करेंगे।
अफगानिस्तान के कार्यवाहक रक्षा मंत्री बिस्मिल्लाह मोहम्मदी ने कहा कि गनी ने देश में संकट के समाधान का अधिकार राजनीतिक नेताओं को सौंपा है। उन्होंने गनी के देश छोड़कर भागने की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि देश के हालात पर बातचीत के लिए एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को दोहा जाएगा।
तालिबान ने दो सप्ताह से भी कम समय में देश के 34 प्रांतों की राजधानियों में से 26 पर कब्जा करने के बाद रविवार सुबह काबुल को घेर लिया। तालिबान ने आज यहां जारी ताजा बयान में कहा कि काबुल पुलिस ने जिला पुलिस थानों को छोड़ दिया है और वे अराजकता को रोकने और कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए शहर में प्रवेश करेंगे।