लखनऊ । केन्द्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दोहराया कि सीमापार से जारी आतंकवाद पर लगाम लगाये बिना पाकिस्तान से बातचीत की प्रक्रिया शुरू होना नामुमकिन है।
वाराणसी में 21 जनवरी से शुरू होने वाले तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय दिवस के बारे में जानकारी देने यहां आयी स्वराज ने बुधवार को पत्रकारों से कहा “ आतंक और बातचीत साथ साथ नहीं हो सकती। ” देश की यह नीति है कि जब तक पाकिस्तान सीमापार से जारी आतंकवाद पर नकेल नहीं कसता है, उसके साथ किसी प्रकार की बातचीत संभव नहीं है।
प्रवासी भारतीय दिवस के लिये पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल काे न्योता भेजने और देश के विकास में पड़ोसी मुल्क की मदद लेने संबंधी सवाल के जवाब में स्वराज ने कहा “ जब हम उनसे बातचीत ही नहीं कर रहे है तो उन्हे आमंत्रित करने का सवाल ही नहीं उठता। ”
उन्होने कहा कि पाक लगातार सीमा पार से आतंकवाद गतिविधियां संचालित कर रहा है। ऐसे में उसके साथ बातचीत करने का कोई औचित्य नहीं है। आतंकवाद और बातचीत की प्रक्रिया साथ साथ नहीं चल सकती।