नयी दिल्ली । विदेशी मंत्री सुषमा स्वराज ने अाज राज्यसभा में कहा कि भारतीय पेशेवरों को एच वन बी वीजा के मुद्दे पर अमेरिकी प्रशासन में हर स्तर पर भारत वार्ता कर रहा है लेकिन अब तक इसमें कोई प्रमुख परिवर्तन नहीं हुआ है।
स्वराज ने प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस के आंनद शर्मा के पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि हाल के वर्षाें में भारतीय पेशेवरों को एच वन बी वीजा जारी करने में बढोतरी हुयी है। वर्ष 2014 में 1.08 लाख एच वन बी वीजा जारी किये गये थे जिनकी संख्या वर्ष 2017 में बढ़कर 1.29 लाख पर पहुंच गयी। उन्होंने कहा कि अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार भारतीयों को एच वन बी वीजा जारी करने में वर्ष 2016 की तुलना में 2017 में बढोतरी हुयी है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका के एच वन बी वीजा जारी करने पर सख्ती का खतरा बना हुआ है। सरकार पुरजोर कोशिश कर रही है। हर स्तर पर इस संबंध में चर्चा की जा रही है। अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों के साथ ही इस पर विचार विमर्श जारी है। इसके साथ ही उन्होंने स्वयं वहां के विदेशी मंत्री के साथ चर्चा की है जबकि भारतीय वित्त मंत्री और उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री अपने समकक्ष मंत्रियों के साथ वार्ता कर चुके हैं।
स्वराज ने कहा कि इस वर्ष सितंबर में यहां हो रहे ‘टू प्लस टू’ डॉयलॉग के दौरान भी इस मुद्दे को जाेर शोर से उठाया जायेगा। इसमें भारत और अमेरिका के रक्षा मंत्री और वाणिज्य मंत्री भाग लेंगें।
शर्मा की चिंताअों पर श्रीमती स्वराज ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 18 अप्रैल 2017 को ‘ अमेरिकी खरीदो और अमेरिकी को नौकरी दो’ शीर्षक वाला एक कार्यकारी आर्डर जारी किये जिसमें एच वन बी वीजा में सुधार की सिफारिश की गयी है।