तिरुचिरापल्ली। बोरवेल में गिरने से बच्चों की मौत का सिलसिला खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। अब तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले के एक गांव में बोरवेल में गिरे दो साल के बच्चे की मौत हो गई। बच्चे को तीन दिन की मशक्कत के बाद भी नहीं बचाया जा सका। तीन दिनों तक चले अभियान के बाद मंगलवार सुबह उसका शव बाहर निकाला गया। बच्चे का शव निकालने के बाद उसे मनाप्पराई सरकारी अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद अस्पताल से बच्चे की लाश को उसके घर ले जाया गया।
आपको बता दें, बोरवेल के समानांतर एक अन्य सुरंग बनाने के लिए जर्मन मशीन भी मंगवाई गई। पथरीली मिट्टी व बारिश की वजह से बचाव अभियान में बाधा आई। बोरवेल में गिरे बच्चे की पहचान दो साल के सुजीत विल्सन के तौर पर की गई थी, जो शुक्रवार शाम लगभग 5:30 बजे खेलने के दौरान खुले पड़े ट्यूबवेल में गिर गया था। घटना की जानकारी मिलते ही बचावदल पहुंचा। बच्चे के लिए देश भर में दुआ की गई लेकिन बच्चा नहीं बच सका।
तीन दिन बचे अभियान में बचावदल ने मासूम का शव सड़ी-गली अवस्था में मंगलवार सुबह पाया। कहा जा रहा है कि बच्चे ने बोरवेल में गिरने के कुछ समय बाद ही दम तोड़ दिया, जिसकी वजह शव से सड़ गया।