चेन्नई। तमिलनाडु के राजनीतिक दलों के नेताओं ने रविवार को अभिनेता रजनीकांत के राजनीति में प्रवेश करने और अगला विधानसभा चुनाव लड़ने के फैसले का स्वागत किया। डीएमके नेता एम.के.स्टालिन ने कहा कि रजनीकांत ने आखिकार अपने प्रशंसकों की अटकलों पर विराम लगा दिया। स्टालिन ने यह भी कहा कि अभिनेता के राजनीति में प्रवेश करने से डीएमके परेशान नहीं है।
मुख्यमंत्री के.पलनीस्वामी ने कहा कि लोकतंत्र में कोई भी राजनीति में आने के लिए स्वतंत्र है। पलनीस्वामी की सत्तारूढ़ पार्टी को आर.के.नगर निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनावों में हार से झटका लगा है।
आरके नगर सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर विजयी हुए टीटीवी दिनाकरन ने भी रजनीकांत के फैसले का स्वागत किया।
रजनीकांत ने रविवार को राजनीतिक पार्टी बनाने व आध्यात्मिक राजनीति करने की घोषणा की और कहा कि वह अगले विधानसभा चुनावों में 234 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे। उन्होंने कहा कि राजनीति में उनका प्रवेश समय की जरूरत है।
तमिलनाडु की भारतीय जनता पार्टी इकाई के प्रमुख तमिलीसई सुंदराजन ने रजनीकांत के फैसले का स्वागत किया और उम्मीज जताई कि 2019 के लोकसभा में रजनीकांत भाजपा को समर्थन देंगे।
राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष एस. थिरुनावुक्करसर ने कहा कि अभिनेता पूरी तौर से राजनीति में नहीं आए हैं और व्यवस्था के सड़े होने की उनकी टिप्पणी सत्तारूढ़ एआईएडीएमके के लिए है।
राजनीतिक विश्लेषक जॉन अरोकायसामी ने कहा कि रजनीकांत ने अपने प्रशंसकों से नई पार्टी के गठन तक राजनीतिक स्थिति पर टिप्पणी नहीं करने का आग्रह किया है। वह चाहते हैं कि उनकी आगामी दो फिल्मे सुरक्षित रिलीज हो सकें।
उन्होंने कहा कि उनका मुख्य कार्य राज्य भर में पार्टी के ढांचे को खड़ा करना है, अपने कई प्रशंसकों के क्लब को फिर से सक्रिय करना व राजनीतिक ताकत में बदलना है।
अरोकायसामी ने कहा कि रजनीकांत की घोषणा से तमिलनाडु की दोनों द्रविड़ पार्टियों एआईएडीएमके व डीएमके के प्रभाव को क्षति पहुंचेगी।