शिवगंगा। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को तमिलनाडु के शिवगंगा और सलेम में प्रतिबंधित संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम (लिट्टे) से सहानुभूति रखने वाले संदिग्ध लोगों के घरों की तलाशी ली।
पुलिस सूत्रों के अनुसार एनआईए के तीन अधिकारियों ने शिवगंगा में दो घंटे तक नाम तमिलर काची (एनटीके) के पदाधिकारी विग्नेश्वरन (27) के घर की तलाशी ली और लिट्टे के साथ उसके संपर्कों के बारे में पूछताछ की। विग्नेश्वरन के घर से एनआईए अधिकारियों ने कथित रूप से लिट्टे संबंधित कुछ दस्तावेज और साहित्य और उसके संस्थापक वेलुपिल्लई प्रभाकरण की तस्वीर बरामद की।
खबरों के अनुसार एनआईए की एक अन्य टीम आज सुबह सलेम शहर के चेट्टीचावड़ी में एक घर पर छापा मारा, जहां दो युवकों द्वारा एक यूट्यूब चैनल पर बंदूक बनाने की जानकारी लेने का पता चला।
आरोपी एम नवीन चक्रवर्ती (25), एक कंप्यूटर इंजीनियर और उसका दोस्त जे संजय प्रकाश (24) लिट्टे से प्रभावित थे। वे वर्ल्ड तमिल जस्टिस कोर्ट (डब्ल्यूटीजेसी) के बैनर तले अपना आंदोलन शुरू करने की योजना बना रहे थे जिसमें पहाड़ों को नष्ट करने वाले अवैध पत्थर खदानों के खिलाफ हमला करना, नशीली दवाओं की तस्करी से लड़ना और महिलाओं को यौन उत्पीड़न से बचाना शामिल है।
सलेम के ओमालूर में मई 2021 में एक वाहन जांच के दौरान दोनों दोस्तों को देसी पिस्तौल, गोला-बारूद और गन पाउडर रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
जांच में पता चला कि वे किराए के घर में लेथ वर्कशॉप चला रहे थे और उन्होंने पिस्तौल और गोला-बारूद बनाने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन टूलकिट खरीदा था। उन्होंने एक-दूसरे के साथ बातचीत करने के लिए ऑनलाइन वॉकी-टॉकी भी खरीदा था।
एनआईए ने अपराध की गंभीरता और राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस केस को अपने हाथ में लिया, इसके अलावा वह जर्मनी में लिट्टे के एक सदस्य के साथ आरोपी के कथित संबंधों की भी जांच कर रही है।