तनाव | आजकल की भाग दोड़ भरी जिन्दंगी में मानसिक तनाव एक ऐसे बीमारी है जो किसी को बक्श नहीं रही है, हम अपना आधा स्वास्थ्य संपत्ति कमाने में खर्च कर देते हैं और फिर हम वह संपत्ति स्वास्थ्य को वापिस सुधारने में खर्च कर देते हैं।
यह किफायती नहीं है तनाव से एक लंबे समय तक भावनात्मक मानसिक दबाव का सामना करना पड़ता है, प्रत्येक व्यक्ति तनाव होने पर अलग तरीके से प्रतिक्रिया करता है। मष्तिष्क द्वारा लगातार किसी विषय पर अत्यधित चितंन के साथ-साथ नकारात्मक विचारो का आना तनाव का कारण बनता है और जब तनाव बहुत अधिक सीमा तक बढ़ जाता है तो व्यक्ति के स्वाभाव के साथ-साथ बहुत सी शारीरिक बीमारियों का भी कारण बन सकता है।
तनाव के कारण –
- शारीरिक कारण जैसे –
- गलत खान पान की आदत
- गठिया
- बढता रक्तचाप
- अत्यधिक बालो का झड़ना
- सिरदर्द
- सांस लेने में कठिनाई
- चर्म रोग
- याददास चली जाना
- अत्याधित शराब पीना
- सोचने की ताकत कम हो जाना
- जल्दी ही चीजों को भूल जानाकिसी असाध्य रोग से पीड़ित होना |
पारिवारिक कारण –
- कुछ चिंताए परिवार को लेकर
- परिवार में कलह
- पैसो को लेकर या शारीरिक परेशानिया
- आर्थिक तंगी
- नौकरी में असुरक्षा
- सगे-संबंधी की मौत
- प्रेम में विफलता
- दाम्पत्य जीवन में कलह |
- शारीरिक लक्षण – अधिक सवेंदनशील होना जिसके कारण छोटी छोटी बात पर रो देना, काम मे मन नहीं लगना, अपने आप को सबसे दूर रखना, अपने प्रति हीन भावना का होना जो कभी कभी आत्महत्या के विचार आना, अपने विचारो को बताने मे हिचकना अपने बारे मे या अपनी ज़िन्दगी के बारे में नकारात्मक विचार रखना, अपने जीवन की दुसरे के जीवन से तुलना करना जल्दी ही चीजों को भूल जाना।
तनाव से मुक्ति के उपाय-
- लम्बी -लम्बी सासे ले
- संतुलित आहार ले
- प्रतिदिन 8 घंटे नींद अवश्य ले
- प्राणायाम और ध्यान करे
- विटामिन्स और प्रोटीन उचित मात्रा में मिले ऐसा भोजन करें
- परिवार के साथ समय व्यतीत करें
- बच्चों के साथ समय व्यतीत करें
- बच्चों के साथ खेलना शुरू करें
- अपने मित्रों के साथ बाहर घूमने का प्लान बनाएं
- ऐसे लोगों से दूरियाँ बनाये जिनके साथ आपकी बनती न हो
- अपने समय का प्रबंधन करे