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तारणा त्रयोदशी : स्वदेशी जागरण मंच का अनूठा आयोजन
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तारणा त्रयोदशी : स्वदेशी जागरण मंच का अनूठा आयोजन

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तारणा त्रयोदशी : स्वदेशी जागरण मंच का अनूठा आयोजन

अजमेर। तारणा त्रयोदशी एवं जैव विवधता के उपलक्ष्य में आज शाम साढे पांच बजे आदर्श विद्या निकेतन माध्यमिक विद्यालय पुष्कर रोड में स्वदेशी उत्पाद की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इस मौके पर विचार गोष्ठी का आयोजन भी होगा। सभी प्रकार के अनाजों व सब्जियों के सम्मिश्रण युक्त प्रसाद का सशुल्क वितरण किया जाएगा।

विभाग संयोजक अरुण अरोडा ने बताया कि 13 अनाजों के सम्मिश्रण युक्त व्यंजन एवं तेरह प्रकार की सब्जियों का सम्मिश्रण कर तैयार प्रसाद वितरण होगा। जैव विविधता की दृष्टि से पृथ्वी पर उपलब्ध सभी अनाजों व वनस्पतियों के संरक्षण का संदेश देती तारणा त्रयोदशी को पर्व के रूप में मनाए जाने की परंपरा रही है। इस पर्व के दिन 13 विविध अनाजों के सम्मिश्रण से निर्मित व्यंजन एवं 13 विभिन्न प्रकार की हरी सब्जियों का मिश्रण कर उसे पकाकर खाने की परंपरा रही है। इससे प्रकृति प्रदत्त अनाजों व सब्जियों के बीजों का संरक्षण सहज रूप में होता रहा है।

स्वदेशी जागरण मंच के महानगर संयोजक डॉ संत कुमार सेन ने बताया कि स्वदेशी जागरण मंच अजयमेरू बीते 27 साल से राष्ट्र को आर्थिक रूप से सक्षम एवं आत्मनिर्भर बनाने, प्राकृतिक संपदा के संरक्षण,स भी क्षेत्रों एवं समाजों के संतुलित विकास, भारत की सुरक्षा व एकता को सुनिश्चित करने जैसे लक्ष्यों के साथ बहुराष्ट्रीय कंपनियों षडयंत्र के प्रति जन सहयोग से लगातार सफल आंदोलन करता रहा है।

विभाग सह संयोजक डॉ मनोज बहरवाल ने बताया कि प्रत्येक अनाज एवं उसकी प्रजाति में अनेक पौष्टिक एवं स्वास्थ्य वर्धक विलक्ष्ण गुण विद्यामान रहते हैं जो किसी अन्य किसी अनाज या प्रजाति में मिलते। अनाज एवं उसकी प्रजाति का संरक्षण आवश्यक है।

विभाग सह संयोजक दिलीप चौहान ने बताया कि प्राचीन मोटे अनाज जिसमें माल, चीना, ज्वार, बाजरा, सामा,कुलथ जौ, मक्का आदि है जिनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है। इन सभी प्रजातियों की खेती की परंपरा को जीवित रखने के लिए इनका संरक्षण आवयश्यक है।