नई दिल्ली। टाटा संस की इकाई टाटा एडवांस सिस्टम्स और अमेरिकी कंपनी एयरबस डिफेंस मिलकर भारत में भारतीय वायुसेना के लिए सी295 विमान का निर्माण करेंगी।
टाटा संस के मानद अध्यक्ष रतन टाटा ने आज यह जानकारी देते हुए कहा कि इन दोनों कंपनियों के बीच संयुक्त परियोजना की मंजूरी मिलना देश के विमानन और एविओनिक्स परियोजनाओं को खोलने की दिशा में बड़ा कदम है।
उन्होंने कहा कि सी295 बहुउपयोगी विमान है, जिसे विभिन्न जरूरतों के हिसाब से तैयार किया जा सकता है। इससे देश में पूरे विमान के निर्माण का रास्ता साफ हुआ है। इससे अंतरराष्ट्रीय मानक के घरेलू स्तर पर आपूर्ति श्रृखंला विकसित होगी, जो इससे पहले कभी भी नहीं हो सकी।
टाटा ने कहा कि मैं इसके लिए टाटा समूह, एयरबस और भारतीय रक्षा मंत्रालय को बधाई देता हूं क्योंकि इस सशक्त कदम से मेक इन इंडिया के सहयोग से भारत में अत्याधुनिक बहुउपयोगी विमान बनाया जा सकेगा।
टाटा की इस घोषणा के बाद एयरबस डिफेंस एंड स्पेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डिर्क होक ने अपनी प्रतिक्रया व्यक्त करते हुये कहा कि टाटा इस परियोजना में आपके साथ काम करना सम्मान और गौरव की बात है। उन्होंने भारत के एयारोस्पेस भविष्य के लिए शुभकामनाएं और बधाई दी।
इसके बाद टाटा एडवांस सिस्टम्स के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुकरन सिंह ने इसे यादगार दिन बातते हुए कहा कि 11 वर्ष इसकी उस समय शुरूआत हुई थी जब एयरबस और टाटा एडवासं सिस्टम्स ने इस परियोजना के लिए भागीदारी करने पर सहमत हुए थे। दोनों कंपनियों ने बहुत मजबूत रिश्ता बनाया है और इसकी तैयारियों के लिए काम किया है।
उन्होंने कहा कि यह वास्तव में मेक इन इंडिया परियोजा है, जहां उनकी कंपनी एयरबस के साथ मिलकर कच्चा पदार्थ एलुमिनियम पिंड को एक ओर लिया जाएगा और दूसरी ओर इसको उड़ाने वाला विमान बनाया जाएगा।
रक्षा मंत्रालय ने एयरबस के साथ 22 हजार करोड़ रुपए की लागत से 56 सी295 विमान खरीद का करार किया है। इसमें से 16 पूरी तरह से तैयार सी295 विमान एयरबस आपूर्ति करेगी जबकि 40 विमानों का निर्माण भारत में किया जाएगा।