नई दिल्ली । कर एवं कोरपोरेट कानूनों के अग्रणी इन-प्रिंट एवं आॅनलाईन प्रकाशक टैक्समैन ने एक पुस्तक जीएसटी आॅडिट एण्ड एन्यूअल रिटर्न का लाॅन्च किया है। जीएसटी आॅडिट पर आधारित यह पुस्तक क्लाज़ के अनुसार विश्लेषण, जीएसटीआर 9 सी में रीकंसाइलेशन, व्यवहारिक उदाहरणों द्वारा स्पष्टीकरण, हर क्लाॅज़ के लिए उचित कार्रवाई, जीएसटी आॅडिट के दौरान महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानकारी देती है। इसके लिए प्रश्नोत्तर फोर्मेट में जीएसटीआर 9 सी के स्क्रीनशाॅट्स का इस्तेमाल किया गया है।
जीएसटी एन्यूअल रिटर्न पर आधारित इस पुस्तक में एआर फाॅर्म जीएसटीआर 9 और जीएसटीआर 9 ए की हर सारणी पर चर्चा की गई है, व्यवहारिक उदाहरणों के माध्यम से इन्हें समझाया गया है, इसके अलावा जीएसटीआर 1, 3 बी, 4, आईटीसी फाॅर्म को टेबल फाॅर्मेट में समझाया गया है। साथ ही प्रश्नोत्तर फोर्मेट में जीएसटीआर 9 और 9 ए के स्क्रीनशाॅट्स का इस्तेमाल करते हुए एआर फाईल करने के बारे में महत्वपूर्ण बिंदुओं को शामिल किया गया है।
इस मौके पर टैक्समैन डाॅट काॅम के डायरेक्टर अंश भार्गव ने कहा, ‘‘हमारी सम्पादकीय टीम ने जीएसटी आॅडिट और एन्यूअल रिटर्न पर यह पुस्तक पेश की है। सीबीआईसी द्वारा एआर और आॅर्डिट फाॅर्म नोटिफाई किए गए हैं, जिन्हें 31 दिसम्बर तक पूरा किया जाना है। ऐसे में यह पुस्तक जीएसटी, इसके सालाना फाॅम्र्स को समझने में मदद करती है। इसे टैक्समैन बुकस्टोर से आॅनलाईन खरीदा जा सकता है।’’
टैक्समैन हमेशा से सीए, सीएस, सीडब्ल्यूए, एडवोकेट्स, डिपार्टमेंटल अधिकारियों एवं अन्य हितधारकों को कारोबार में मदद करने में अग्रणी रहा है। जीएसटी आज एक जाना-माना विषय बन चुका है। ऐसे में यह पुस्तक हितधारकों को जीएसटी आॅडिट और एआर प्रक्रिया को समझने में मदद करेगी।
वित्तीय वर्ष 2017-18 के दौरान कर की हर अवधि में कर दाताओं ने कानून के प्रावधानों के तहत नियमित रूप से अपनी जीएसटी रिटर्न (जैसे जीएसटीआर 1 और जीएसटीआर 3 बी) फाईल की है। अब जीएसटी कानूनों के तहत वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए 31 दिसम्बर 2018 तक जीएसटीआर 9 में एआर (जीएसटीआर 9 ए में कम्पोज़िशन करदाता के लिए) भरना ज़रूरी है। संस्थागत स्तर पर 2 करोड़ रु से अधिक टर्नओवर वाले करदाताओं को सीए/सीडब्ल्यूए से आॅडिट करवाना होगा। जीएसटी आॅडिट रिपोर्ट 31 दिसम्बर तक जीएसटीआर 9 सी में आॅडिटर्स द्वारा जमा की जाएगी।
टैक्समैन के बारे मेंः
टैक्समैन भारत में टैक्स एवं कोरपोरेट कानूनों के प्रमुख प्रकाशकों में से एक है। पुस्तकों के प्रकाशन के अलावा यह प्रत्यक्ष करों (घरेलू एवं अन्तरराष्ट्रीय कराधान), कोरपोरेट कानूनों, जीएसटी, अप्रत्यक्ष करों, खातों एवं लेखापरीक्षणों, भारतीय कानूनों और नियमों पर सबसे बड़ा एवं सबसे सटीक आॅनलाईन डेटाबेस पेश करता है।
टैक्समैन ग्रुप कई प्रभागांें का संघ है जो विभिन्न क्षेत्रों पर स्वतन्त्रतापूर्वक कार्य करते हैं जैसे सम्पादकीय अनुसंधान एवं विकास, टेकनोलोजी विकास, प्रिन्टिंग, प्रकाशन, बिक्री और मार्केटिंग गतिविधियां आदि।
टैक्समैन की सम्पादकीय तथा अनुसंधान एवं विकास टीम में कानूनी समुदाय से 200 से ज़्यादा एसोसिएट्स हैं जिनमें एडवोकेट, लाॅयर, चार्टर्ड अकाउन्टेन्ट और कम्पनी सचिव शामिल हैं जो कानूनी, प्रशासनिक एवं वैधायिक क्षेत्रों में सभी विकास कार्यों पर निगरानी रखते हैं और त्रुटीहीन कौशल के साथ प्रक्रियाओं का संचालन करते हैं। 1960 में श्री यू.के. भार्गव द्वारा स्थापित कम्पनी कानून के क्षेत्र में ‘विशेषज्ञता एवं प्रमाणिकता’ उपलब्ध कराने के उद्देश्य पर काम करती है।