सिडनी। भारतीय क्रिकेट टीम कोरोना के अभूतपूर्व संकट के समय में अपनी पहली द्विपक्षीय सीरीज खेलने उतरेगी और उसका पहला मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से सिडनी मैदान में शुक्रवार को होगा।
भारत ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर तीन मैचों की वनडे सीरीज 2-1 से जीती थी, लेकिन इस बार हालात पूरी तरह अलग हैं और ऑस्ट्रेलियाई टीम पिछली बार के मुकाबले ज्यादा मजबूत नजर आ रही है। यह सीरीज आईसीसी की वनडे वर्ल्डकप सुपर लीग का हिस्सा है जिसमें हर मैच जीतने पर अंक मिलेंगे। इस सुपर लीग के तहत भारत की यह पहली वनडे सीरीज है। भारत को 2023 में 50 ओवर के विश्वकप की मेजबानी करनी है। इस लीग के आधार पर विश्वकप के लिए सीधे क्वालीफाई करने वाली टीमों का फैसला होना है।
भारतीय टीम के अधिकतर खिलाड़ी इस महीने 10 नवंबर को यूएई में समाप्त हुए आईपीएल का हिस्सा था और टीम के सभी खिलाड़ी दुबई से सीधे सिडनी पहुंचे थे। यहां टीम 14 दिन क्वारेंटीन में रहने के बाद कोरोना में अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मुकाबले के लिए तैयार हो चुकी है। दूसरी तरह ऑस्ट्रेलिया की टीम ने आईपीएल से पहले इंग्लैंड में तीन-तीन टी-20 और वनडे मैचों की सीरीज खेली थी।
ऑस्ट्रेलिया के सुपर लीग में तीन मैचों से 20 अंक हैं जबकि भारत को अभी अपना खाता खोलना है। विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया के सामने वनडे सीरीज के लिए एक सही संयोजन चुनना बड़ी चुनौती है।
सीमित ओवरों के उपकप्तान रोहित शर्मा को उनकी हैमस्ट्रिंग चोट के कारण वनडे औऱ टी-20 सीरीज से आराम दिया गया है। उनकी अनुपस्थिति में शिखर धवन के जोड़ीदार के रुप में लोकेश राहुल ओपनिंग में उतर सकते हैं। राहुल ने आईपीएल 13 में किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से खेलते हुए टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाए थे।
राहुल इस साल के शुरु में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की वनडे सीरीज में मध्यक्रम में उतरे थे और उन्होंने पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी की थी। लेकिन रोहित के बाहर होने के कारण उन्हें ओपनिंग में मौका दिया जा सकता है जिससे भारत सीरीज के पहले ही मुकाबले में अच्छी शुरुआत करे। खुद राहुल ने कहा है कि वह टीम की जरूरत के अनुसार किसी भी स्थान पर खेलने के लिए तैयार हैं।
टीम में ओपनिंग के दावेदार के रुप में मयंक अग्रवाल और आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने वाले संजू सैमसन भी शामिल हैं। राहुल और सैमसन दोनों ही विकेटकीपर हैं लेकिन विकेटकीपर के रुप में टीम की पहली पसंद राहुल ही हैं।
कप्तान विराट तीसरे नंबर पर खेलने उतरेंगे। विराट इस सीरीज में 12000 रन पूरे करने की उपलब्धि हासिल कर सकते हैं। उनके खाते में 248 मैचों में 11867 रन हैं। विराट के ऊपर टीम की बल्लेबाजी का दारोमदार रहेगा। रोहित के बाहर होने से सीमित प्रारुप में विराट की जिम्मेदारी कहीं ज्यादा बढ़ जाती है।
अपनी कप्तानी में दिल्ली कैपिटल्स को आईपीएल के फाइनल तक ले जाने वाले श्रेयस अय्यर चौथे नंबर पर रहेंगे। मनीष पांडे और शुभमन गिल में से कोई बल्लेबाज पांचवें नंबर पर खेलने उतरेगा। आईपीएल में विशुद्ध बल्लेबाज की भूमिका निभाने वाले हार्दिक पांड्या छठे नंबर पर रहेंगे जबकि नए फिनिशर बनते जा रहे लेफ्ट ऑर्म स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा सातवें नंबर पर रहेंगे।
स्पिनर के स्थान के लिए लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव पर प्राथमिकता मिल जाएगा। तेज गेंदबाजी का दारोमदार जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और नवदीप सैनी पर रहेगा। अंतिम एकादश में जगह बनाने के लिए सैनी को शार्दुल ठाकुर से टक्कर मिल सकती है।
दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलियाई टीम पिछली बार के मुकाबले इस बार ज्यादा मजबूत दिखाई दे रही है। विस्फोटक ओपनर डेविड वार्नर और अनुभवी बल्लेबाज स्टीवन स्मिथ टीम की बल्लेबाजी को मजबूती प्रदान करेंगे। वार्नर और स्मिथ के साथ कप्तान आरोन फिंच, तेज गेंदबाज पैट कमिंस, जोस हैजलवुड, ग्लेन मैक्सवेल,मार्कस स्टॉयनिस और लेग स्पिनर एडम जम्पा आईपीएल में खेले थे और यह सभी खिलाड़ी अच्छी लय में दिखाई दे रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क ,एंड्रयू टाई और जोश हैजलवुड की तेज गेंदबाज चौकड़ी भारतीय बल्लेबाजों की कड़ी परीक्षा ले सकती है। स्पिन विभाग में लेफ्ट ऑर्म स्पिनर एश्टन एगर और लेग स्पिनर एडम जम्पा के बीच मुकाबला रहेगा।
ऑलराउंडर की भूमिका के लिए ग्लेन मैक्सवेल और मार्कस स्टोयनिस अपना दावा पेश करेंगे। स्टोयनिस आईपीएल में खेले थे और काफी सफल रहे थे जबकि इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी वनडे में शतक बनाने वाले मैक्सवेल को आईपीएल में अपने बल्ले से काफी संघर्ष करना पड़ा था।
बल्लेबाजी का दारोमदार कप्तान फिंच, वार्नर और स्मिथ के साथ सलामी बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन पर रहेगा। लाबुशेन हालांकि इंग्लैंड के खिलाफ तीन वनडे में कोई बड़ा स्कोर नहीं बना पाए थे। लेकिन उनके नाम 10 एकदिवसीय मैचों में एक शतक और दो अर्धशतक दर्ज हैं।
इस सीरीज के साथ भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एकदिवसीय इतिहास में 40 साल पूरे हो रहे हैं और 2023 विश्वकप के मद्देनजर दोनों टीमों की नजरें सीरीज में ज्यादा से ज्यादा अंक बटोरने पर लगी होंगी। सीरीज का दूसरा मैच 29 नवंबर को सिडनी में ही खेला जाएगा जबकि तीसरा मैच दो दिसंबर को कैनबरा में होगा।