नयी दिल्ली । केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री गिरिराज सिंह ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) एवं सशस्त्र सेनाओं तथा छोटे उद्योगों के बीच सहयोग पर बल देते हुए आज कहा कि इससे रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी और गुणवत्ता में सुधार होगा।
सिंह ने शुक्रवार को यहां ‘रक्षा एवं गृह सुरक्षा प्रदर्शनी एवं सम्मेलन’ में कहा कि सरकार का ‘मेक इन इंडिया’ अभियान का असर जमीनी स्तर पर दिखने लगा है। सरकार छोटे उद्योगों को नयी तकनीक दिलाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। उन्हाेंने कहा कि डीआरडीओ और सशस्त्र सेनाओं को छोटे उद्योगों के साथ सहयोग करना चाहिए। इससे रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी और उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार आएगा। इस अवसर प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह, तीनों सेनाओ के वरिष्ठ अधिकारी तथा उद्योगपति भी मौजूद थे।
सिंह ने कहा कि मेक इन इंडिया अभियान से रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में इजाफा हुआ है आैर अन्य क्षेत्रों को इसका लाभ मिला है। छोटे उद्योगों को तकनीक मिल रहे हैं और उनके उत्पादों का बाजार बदल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर छोटे उद्योगों को सही और सटीक तकनीक उपलब्ध करा दी जाए तो उनके उत्पाद पर्यावरण के अनुकूल तथा बिना किसी त्रुटि के होंगे।