अमेठी। उत्तर प्रदेश के अमेठी में दस माह पूर्व एक किशोरी की संदिग्ध मौत के मामले में अदालत ने न सिर्फ कब्र से शव निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया बल्कि पुलिस को चार लोगों के खिलाफ हत्या व अन्य धाराओं में मामला भी दर्ज करने का आदेश दिया है।
अमेठी के जायस थाना क्षेत्र में बेलवा हसनपुर गांव में पिछले साल 14 मार्च की रात को नसीमा की 11 वर्षीय बेटी की संदिग्ध मौत के बाद घर के बरामदे में शव लटकता मिला। नसीमा का आरोप है कि उस समय गांव के ही कुछ लोगों ने उसे डरा धमकाकर शव को जबरन दफ़न करवा दिया था। पुलिस द्वारा मामले को गंभीरता से नहीं लेने पर नसीमा ने स्थानीय अदालत में शरण ली।
अदालत ने इस पर संज्ञान लेते हुए शनिवार को पुलिस काे गांव के चार संदिग्ध आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने का आदेश दिया। इसके अलावा अदालत के आदेश पर पुलिस ने एसडीएम की मौजूदगी में किशोरी का शव कब्र से निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिये भेजा दिया है।
मृतक की मां नसीमा ने कोतवाली में गांव के ही कुछ लोगों पर हत्या कर शव को बरामदे में दुपट्टे से लटकाने का आरोप लगाया था। पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। पीड़िता को पुलिस ने जांच के नाम पर मुकदमा दर्ज किए बिना वापस भेज दिया।
पुलिस से न्याय की उम्मीद फीकी पड़ते देख, पीड़िता ने अदालत का सहारा लिया। इस पर अदालत ने पुलिस को तत्काल उचित कार्रवाई करने का आदेश दिया। इसके बाद जिलाधिकारी की संस्तुति पर पुलिस हरकत में आई।