लाहौर/इस्लामाबाद। पाकिस्तान के गृह मंत्री एहसान इकबाल पर जानलेवा हमला करने वाले व्यक्ति का संबंध तहरीक ए-लब्बैक नामक एक नई मुस्लिम पार्टी से है।
पुलिस की एक रिपोर्ट के मुताबिक गिरफ्तार किए गए हमलावर की पहचान 21 वर्षीय आबिद हुसैन के रूप में की गई है जिसका संबंध ईशनिंदा से लड़ने वाले कट्टरपंथी संगठन तहरीक ए-लब्बैक से है। इस हमले के पीछे उसका क्या उद्देश्य था यह अभी तक पता नहीं चल पाया है।
लब्बैक के नेता खादिम हुसैन रिजवी ने एक वक्तव्य जारी कर हमले की निंदा की है। रिजवी ने कहा कि उनकी पार्टी अपने कार्यकर्ताओं को हथियार उठाने की मनाही करती है।
इससे पहले रविवार को पंजाब प्रांत के नरोवाल जिले में गृह मंत्री एहसान इकबाल पर हुए जानलेवा हमले में इकबाल घायल हो गए। सरकारी प्रवक्ता एम अहमद खान ने बताया कि इकबाल खतरे से बाहर हैं।
उल्लेखनीय है कि इकबाल सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज(पीएमएल-एन) पार्टी के वरिष्ठ सदस्य हैं और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भी करीबी हैं। वह सरकार और पीएमएल-एन पार्टी के सबसे कद्दावर नेताओं में शामिल हैं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी ने इकबाल पर हुए इस हमले की कड़ी निंदा की है और पंजाब प्रांत के पुलिस प्रमुख से तुरंत इस हमले के बारे में रिपोर्ट मांगी है।
सरकार के एक वरिष्ठ सूत्र के मुताबिक इकबाल ईसाई समूह की एक बैठक में भाग लेकर वापस लौट रहे थे। हालांकि उनके निर्वाचन क्षेत्र में कई अन्य अल्पसंख्यक समूह भी हैं। इकबाल पर हुए इस हमले से जुलाई के अंत में होने वाले आम चुनाव से पहले राजनीति के गरमाने की आशंका है।
पाकिस्तान में चुनाव से पहले हिंसा कई दशकों से चली आ रही है। पाकिस्तान में चुनाव से पहले राजनेताओं की हत्या और उन पर हमले आम है। इसी तरह एक हमले में पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनेजिर भुट्टो की 2007 में मौत हो गई थी।