पटना। लोकसभा चुनाव में टिकट बटवारे से खफा राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र एवं विधायक तेजप्रताप यादव ने आज खुलकर पार्टी से बगावत कर दी और ‘लालू-राबडी मोर्चा’ बनाकर चार सीटों पर उम्मीदवार उतारने की घोषणा के साथ ही चेतावनी भी दे डाली कि सारण से यदि उनके ससुर चंद्रिका राय की उम्मीदवारी वापस नहीं ली गई तो वह खुद उनके खिलाफ निर्दलीय चुनाव में उतरेंगे।
पूर्व मंत्री यादव ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि लालू-राबडी मोर्चा का उम्मीदवार जहानाबाद, शिवहर,पश्चिम चंपारण और हाजीपुर सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेगा। इसके साथ ही सारण लोकसभा सीट राजद के घोषित उम्मीदवार का नाम वापस नहीं लिया गया तो वह खुद उनके खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे।
राजद ने जहानाबाद सीट से विधायक सुरेंद्र प्रसाद यादव, सारण से विधायक एवं तेज प्रताप यादव के ससुर चंद्रिका प्रसाद राय और हाजीपुर (सु) से विधायक शिवचंद्र राम को उम्मीदवार घोषित किया है। वहीं पश्चिम चंपारण सीट महागठबंधन में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के खाते में गई है।
तेज प्रताप यादव ने कहा कि सारण लोकसभा की सीट उनके पिता यादव की रही है और यहां से किसी बाहरी व्यक्ति को टिकट नहीं दिया जाना चाहिए। वह चाहते हैं कि इस सीट से उनकी मां राबड़ी देवी चुनाव लड़ें। इसको लेकर वह अपनी मां से कई बार आग्रह भी कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मां वहां से चुनाव नहीं लड़ती हैं तो वह इस सीट से चुनाव लड़ेंगे लेकिन परिवार के बाहर का कोई उम्मीदवार वह स्वीकार नहीं करेंगे।
पूर्व मंत्री ने कहा कि वह चाहते हैं कि सारण सीट लालू परिवार के पास ही रहे। उन्होंने पार्टी नेतृत्व को चेतावनी देते हुए कहा कि इस मामले में शीघ्र फैसला नहीं लिया गया तो वह चुनाव लड़ेंगे और जीतने के बाद माता-पिता का आशीर्वाद लेंगे। उन्होंने कहा कि पश्चिम चंपारण से पूर्व विधायक राजन तिवारी तथा हाजीपुर सुरक्षित से बलिंदर दास को इस बार के चुनाव में वह उम्मीदवार बनाएंगे।
यादव ने कहा कि महागठबंधन में कोई तीन सीट मांग रहा है तो कोई पांच, मैंने दो सीट मांगकर कौन सी गलती कर दी। पार्टी में कार्यकर्ताओं की अनदेखी हो रही है। जो कार्यकर्ता पार्टी के लिए जी जान से लगा रहता है, वैसे लोगों को टिकट नहीं दिया गया। मैंने तो सिर्फ जहानाबाद और शिवहर में दो कार्यकर्ताओं के लिए टिकट मांगा था। उन्होंने कहा कि शिवहर से अंगेश सिंह और जहानाबाद से चंद्र प्रकाश उनके उम्मीवार हैं।
पूर्व मंत्री ने कहा कि उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव से उनकी कोई लड़ाई नहीं है लेकिन उसके करीब के कुछ लोग उसको बरगला कर दोनों भाइयों को लड़ाना चाहते हैं। उन्हें उल्टा-सीधा पढ़ाकर परिवार में फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं।
वे लोग चाहते हैं कि घरवालों को आपस में लड़ाकर राज किया जाए। उन्होंने कहा कि वह एक बात साफ कर देना चाहते हैं कि तेजस्वी ही उनका अर्जुन है और उसे मुख्यमंत्री बनना उनका लक्ष्य है। पार्टी में गलत काम करने वालों को वह निकाल बाहर करेंगे।