पटना। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता एवं राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के छोटे पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव ने राजद अध्यक्ष को चारा घोटाले के एक मामले में रांची के केंद्रीय जांच ब्यूरो की विशेष अदालत से दोषी करार दिए जाने पर आज कहा कि यह कोई अतिम फैसला नहीं है।
प्रतिपक्ष के नेता ने मंगलवार को कहा कि उनके पास उपरी अदालतों में फैसले को चुनौती देने का विकल्प है। उच्च न्यायालय के बाद भी उच्चतम न्यायालय में जाने का विकल्प रहता है। उन्होंने कहा कि यह कोई अंतिम फैसला नहीं है।
यादव ने कहा कि कई बार निचली अदालत का फैसला पलट दिया जाता है। ऐसा लगता है कि देश में सिर्फ एक ही घोटाला हुआ है। जेल तो सिर्फ गरीबों का नेता गया है। उन्होंने कहा कि बिहार में अब तक 80 घोटाले हुए हैं लेकिन किसी भी मामले में कहां कोई जेल गया है।
प्रतिपक्ष के नेता ने कहा कि देश की जनता सब देख रही है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि विजय माल्या, मेहुल चोकसी कहां है। उन लोगों पर क्या कार्रवाई हुई है। जनता की अदालत सबसे बड़ी अदालत है। जनता की आंखों में राजद अध्यक्ष निर्दोष हैं। उन्होंने कहा कि इसमें किसी को निराश होने की जरूरत नहीं है। ऊपरी अदालत में राजद अध्यक्ष को जमानत मिल जाएगी।
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