सबगुरु न्यूज-सिरोही। शिवगंज में मंगलवार को केसरपुरा क्षेत्र में सात गायों की मौत हो गई वहीं आठ गोवंश मरणासन्न स्थिति में हैं। मौत के कारणों का पता नहीं चला है, लेकिन गोपालकों का आरोप है कि रीको क्षेत्र में फेंके गए अन्नपूर्णा रसोई के बचे हुए खाने को खाने से यह स्थिति पैदा हुई है। वैसे तहसीलदार प्रदीप मालवीय ने मौके पर जाकर देखा।
उन्होंने बताया कि रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए कहा था। सिरोही के फूड सेफ्टी आॅफिसर विनोद शर्मा ने बताया कि उनके सिरोही से बाहर होने के कारण पाली के खाद्य सुरक्षा अधिकारी दिलीप यादव ने शिवगंज पहुंचकर सेंपल लिए। शिवगंज थानेदार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ओवरइटिंग से मौत का कारण सामने आया है।
शिवगंज में मंगलवार सुबह गायों की काल बनकर आया। सवेरे कुछ पशुपालकों की सात गायें मरी हुई मिली। वहीं आठ गायें मरणासन्न स्थिति में थी।
बाद में मौत का यह आंकड़ा दस पर पहुंच गया। पशुपालकों का आरोप है कि उनकी गायें रीको इलाके में चरने के लिए गई थी, वहां पर अन्नपूर्णा रसोई के अपशिष्ट खाने से फूड प्वाइजनिंग हो गई और गायों की मौत हो गई। सूचना मिलने पर पूर्व विधायक संयम लोढ़ा भी पशुपालकों के यहां पहुंचे।
इसके बाद उनके फोन करने पर शिवगंज पुलिस और तहसीलदार भी वहां पहुंचे। इन लोगों को भी अन्नपूर्णा रसोई के अपशिष्ट डाले जाने के कारण इस घटना के होने की जानकारी दी गई। शिवगंज तहसीलदार प्रदीप मालवीय ने बताया कि गायों की मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा।
अन्नपूर्णा रसोई के अपशिष्ट से इन गायों की मौत होने के आरोप लगने के बाद प्रशासनिक हलके में भी हड़कम्प मचा। ऐसे में अन्नपूर्णा रसोई के खाने की क्वालिटी की जांच के लिए पाली के फूड सेफटी आॅफिसर दिलीप यादव भी शिवगंज आए और सेंपलिंग की।
-ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे कांग्रेस पदाधिकारी
ग्रामीणों की सुचना पर पूर्व विधायक संयम लोढ़ा भी केसरपुरा पहुंचे। उपखंड अधिकारी प्रकाशचंद्र अग्रवाल , तहसीलदार प्रदीप मालवीय एवम पुलिस थानाधिकारी चंपालाल मेघवाल से गायांे का पोस्टमार्टम करवाने के लिए बात की। शिवगंज में पोस्टमार्टम के लिए पशु चिकित्सक नहीं होने के कारण सिरोही से बुलवाए गए।
लोढ़ा ने गायो के मरने का राज्य सरकार से मुआवजा दिलवाने की मांग की और पशु मालिको से लिखित में पुलिस को एफआईआर देने को कहा। लोढ़ा ने अन्नपूर्णा रसोई के अवशेष फेंके जाने की जगह भी देखी वहां पर भी गायों के शव पडे़ हुए थे। लोढ़ा के साथ विक्रम रावल , चंपत मीणा , प्रताप मीणा , रतन भील आदि उपस्थित थे।
-तीन जिलों की अन्नपर्णा रसोई बनती है शिवगंज में
शिवगंज में सिरोही, जालोर और आंशिक पाली जिले की अन्नपूर्णा रसोई के लिए भोजन बनता है। यहां भोजन बनने के बाद से सिरोही, जालोर और पाली के आशिंक हिस्सों में अन्नपूर्णा रसोई वेन में भेजा जाता है, जिसे तीनों जिलों के जरूरतमंद लोग खाते हैं। आरोप यह है कि इस रसोई के अवशेष व अपशिष्ट शिवगंज के रीको क्षेत्र के एक इलाकों में फेंका जाता है।
-गोपालन राज्यमंत्री शिवगंज में ही
गोपालन राज्यमंत्री ओटाराम देवासी भी आज शिवगंज में ही पहुंचे थे। वहां से वह तहसीलदार के साथ कलदरी आदि स्थानों पर गए। उनके केसरपुरा पहुंचने की पुष्टि किसी प्रशासनिक अधिकारी द्वारा नहीं हुई है। सबगुरु न्यूज ने शिवगंज में पशुचिकित्सक नहीं होने के कांग्रेस आरोप के जवाब के लिए सिरोही के विधायक व गोपालन राज्यमंत्री ओटाराम देवासी को फोन भी किया, लेकिन पूर्ववत उन्होंने फोन नहीं उठाया और न ही उनके कार्यालय या मोबाइल से काॅल बैक आया।
इनका कहना है….
शिवगंज के केसरपुरा गांव में गायों की मौत की सूचना मिलने पर वहां पहुंचे थे। सात गायें मरी हुई थी और आठ मरणासन्न स्थिति में थी। इसके बाद हम मंत्री जी के साथ कलदरी क्षेत्र में आ गए।
प्रदीप मालवीय
तहसीलदार, शिवगंज।
शिवगंज से फूड प्वाइजनिंग की सूचना मिली थी। पाली से बाहर होने के कारण मैने पाली के एफएसओ को बुलवाने को कहा था।
विनोद शर्मा
कार्यवाहक एफएसओ, सिरोही।
तीन पशुपालकों ने दस गायों के मरने की रिपोर्ट दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण ओवर इटिंग आया है।
चंपालाल
थानाधिकारी, शिवगंज।