चित्तौड़गढ़। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में भाजपा के एक पूर्व पार्षद जगदीश सोनी के बेटे राकेश उर्फ रतन सोनी पर देर रात दूसरे समुदाय के लोगों ने हमला कर दिया। हमले में घायल की मौत हो गई। हत्या के बाद आज सुबह से शहर में पथराव, आगजनी आदि घटनाओं के बाद तनाव व्याप्त हो गया।
प्राप्त जानकारी अनुसार शहर के गांधीनगर क्षेत्र में कुछ युवकों ने पूर्व पार्षद जगदीश सोनी के पुत्र रतन सोनी पर हमला कर गंभीररूप से घायल कर दिया जिसे उदयपुर अस्पताल भेजा गया लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि मृतक एक सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होकर लौट रहा था, तभी सुभाष चौक इलाके में आपसी झगडे के बाद दूसरे समुदाय के तीन चार युवकों ने उस पर हमला बोल दिया। इसके बाद रतन सोनी की मौत हो गई।
मौत की खबर शहर में आते ही देर रात हिंदू संगठन के हजारों लोग सुभाष चौक पर एकत्र हो गए और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करने लगे। पुलिस ने लोगों को समझाया लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला और लोगों ने धरना प्रारम्भ कर दिया।
मौके पर रात को ही सांसद चंद्रप्रकाया जोशी, विधायक चंद्रभान सिंह आक्या एवं भाजपा जिलाध्यक्ष गौतम दक सहित कई लोग आ गये। सुबह होते ही शहर में आरोपियों के निवास क्षेत्र गांधीनगर कच्ची बस्ती की तरफ भीड़ निकल गई और वहां आपसी मारपीट के साथ एक ऑटो एवं थड़ी को आग के हवाले कर दिया गया जहां पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ दिया।
माहौल बिगड़ता देख जिले के सभी थानों सहित उदयपुर, भीलवाड़ा एवं प्रतापगढ़ से कई अनुभवी अधिकारियों सहित पुलिस जाप्ता बुलाया गया। दोपहर बाद प्रशासन एवं लोगों के बीच बातचीत हुई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला और सभी पुनः धरने पर आ गए। सुभाष चौक के आसपास भी रूक रूककर पथराव की घटनाएं होने लगी। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया हैं।
पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन ने बताया कि मामले में करीब आठ लोगों को नामजद कर तीन को हिरासत में लिया है, शहर में छोटी मोटी उपद्रव की घटनाएं हुई है जिन्हें नियंत्रित कर लिया गया है। शहर में शान्ति बनी रहे इसके लिए जिले सहित आसपास के जिलों से पुलिस जाप्ता संवेदनशील स्थानों पर लगाया गया।
उन्होंने बताया कि माहौल तनावपूर्ण है लेकिन नियंत्रण में है जिसके चलते न तो अभी शहर में इंटरनेट बंद किया गया है और न ही निषेधाज्ञा लगाई गई है। मृतक का अभी पोस्टमार्टम नहीं किया गया है और शव जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है।
उन्होंने बताया कि मृतक के परिजनों एवं सांसद, विधायक के साथ प्रशासन की एक दौर की बातचीत हो गई है जिसमें मुआवजे एवं नौकरी की बात पर कोई सहमति नहीं बन सकी है।