बैंकाक। थाइलैंड की गुफा में दो सप्ताह से फंसे स्कूल फुटबॉल टीम के 12 बच्चों और उनके कोच में से 6 बच्चों को रविवार को सुरक्षित निकाल लिया गया।
एक स्थानीय राहत अधिकारी ने बताया कि उत्तरी चियांग राई प्रांत के अधिकारियों ने फुटबॉल टीम के 12 बच्चों और उनके कोच को बाहर निकालने के खतरनाक अभियान की शुरूआत आज सुबह शुरू की। इसके बाद दो दो की संख्या में अब तक छह बच्चों को गुफा से सुरक्षित निकाला जा चुका है।
राहत टीम के सदस्य एवं चियांग राई प्रांत के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख टोस्साथेप बूनथोंग ने कहा कि दो बच्चों को बाहर निकाल लिया गया है। उन्हें गुफा के निकट फील्ड अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बूनथोंग ने कहा कि हम उनका शारीरिक परीक्षण कर रहे हैं। उन्हें अभी चियांग राई अस्पताल भेजा नहीं गया है। गौरतलब है कि ये सभी लोग गत 23 जून को गुफा में फंस गए थे।
बतादें कि उत्तरी थाइलैंड की थाम लुआंग गुफा में दो हफ्ते से ज्यादा समय से फंसे 12 लड़कों और उनके सहायक फुटबॉल कोच को बाहर निकालने का काम रविवार सुबह शुरू कर दिया गया और 11 घंटे के भीतर पहले बच्चे को बाहर निकाल लेने की उम्मीद जताई जा रही थी।
तेरह विदेशी गोताखोर और थाइलैंड नेवी सील के पांच सदस्य इन बच्चों को बाहर निकालने के लिए गए हैं। गोताखोरों को गुफा का एक चक्कर पूरा करने में करीब 11 घंटे का समय लगेगा। खबरों के मुताबिक, हर बच्चे को दो गोताखोर बाहर लाएंगे।
रेस्क्यू मिशन के मुखिया नारोनगसान ओसोतानकोन ने रायटर से कहा कि आज निर्णायक दिन है। स्थानीय समयानुसार सुबह 10 बजे 13 विदेशी गोताखोर और थाइलैंड नेवी सील के पांच कमांडर गुफा के अंदर गए हैं। ये बच्चे 11 से 16 वर्ष के आयु वर्ग के हैं और उनके सहायक कोच की उम्र 25 वर्ष है।
मिशन में शामिल एक आर्मी कमांडर ने बताया कि सभी बच्चों को बाहर निकालने में करीब दो से चार दिन का समय लग सकता है। मिशन के चीफ ने बताया कि बचाव दल ने अपनी योजना का कई बार अभ्यास किया था।
उन्होंने कहा कि अगर हम इंतजार करेंगे और आने वाले दिनों में फिर से बारिश होने लगी तो इतने दिनों से पानी निकालने में लगी हमारी मेहनत बर्बाद हो जाएगी। अगर ऐसा हुआ तो हमें फिर से स्थिति पर सोचना पड़ेगा।
मिशन के चीफ नारोनगसान ओसोतानकोन ने शनिवार को कहा था कि अगले तीन या चार दिनों की स्थिति बचाव कार्य के लिए एकदम सटीक है। राहत मिशन के प्रमुख ने शनिवार को बताया कि फिर से बारिश होने और कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर बढ़ने से पहले ही बाढ़ग्रस्त गुफा से बच्चों को निकाला जा सकता है।
मौसम विभाग ने देश में भारी बारिश की चेतावनी दी है। ऐसे में बचाव दल को लग रहा है कि मॉनसून की बरसात की वजह से बच्चों को निकालना और मुश्किल हो जाएगा। बच्चे और उनके कोच गुफा के प्रवेश द्वार से चार किलोमीटर अंदर फंसे हैं।
बच्चे जिस चैंबर में बैठे हैं, वहां पानी का बहाव इतना ज्यादा है कि उनके लिए संकट भरी स्थिति है। इन बच्चों को निकालने के प्रयास में एक पूर्व थाई नेवी सील कमांडर की मौत भी हो चुकी है जिससे राहत एवं बचाव कार्य अधिक मुश्किल हो गया है।
बचाव कार्य में शामिल थाइलैंड की नेवी सील ने कहा है कि गुफा में पानी का स्तर पहले से काफी कम हुआ है। कई लाख लीटर पानी गुफा से बाहर निकाला जा चुका है। बाहर निकलने के लिए बच्चों को संकरे, पानी से भरे रास्ते से निकलना होगा। मिट्टी, कीचड़ भरे होने की वजह से बच्चों का गोता लगाना मुश्किल होगा।
बच्चों के इलाज के लिए गई एक डॉक्टर के मुताबिक गुफा का पानी बेहद ठंडा है। ऐसे में बाहर निकलते समय बच्चों को हाइपोथर्मिया बीमारी होने की आशंका है। हाइपोथर्मिया ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर का तापमान तेजी से गिरता है।