भोपाल। मध्यप्रदेश से राज्यसभा निर्वाचन के लिए सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के चारों प्रत्याशियों धर्मेंद्र प्रधान, थावरचंद गेहलोत, अजय प्रताप सिंह और कैलाश सोनी ने नामांकनपत्र दाखिल किए।
विधानसभा परिसर में बनाए गए निर्वाचन कार्यालय में नामांकनपत्र दाखिले के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत, जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा और प्रदेश महामंत्री वी डी शर्मा भी मौजूद थे। प्रधान और गेहलोत केंद्रीय मंत्री हैं, जबकि सिंह और सोनी भाजपा और इससे जुड़े संगठनों के पदाधिकारी हैं।
इसके पहले चारों प्रत्याशी अन्य नेताओं की मौजूदगी में यहां प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचे और वहां स्थापित वरिष्ठ नेताओं की प्रतिमा के समक्ष नमन करने के बाद नामांकनपत्र दाखिल करने पहुंचे। नामांकनपत्र दाखिले के लिए सोमवार अंतिम दिन है। एक अन्य सीट के लिए कांग्रेस प्रत्याशी राजमणि पटेल दोपहर में नामांकनपत्र दाखिल किया।
इन पांचों प्रत्याशियों का चुनाव निर्विरोध होने की संभावना है। दो सौ तीस सदस्यीय विधानसभा में भाजपा और कांग्रेस के सदस्यों के मतों से चार सीट भाजपा के खाते में और एक अन्य कांग्रेस के खाते में जाना तय माना जा रहा है।
पांच मार्च को राज्यसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग की ओर से अधिसूचना जारी होने के बाद नामांकनपत्र दाखिल होने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई थी। लेकिन रविवार को ही दाेनों दलों की ओर से प्रत्याशियों के नाम तय किए गए। आज के पहले तक एक भी नामांकनपत्र दाखिल नहीं किया गया था।
राज्यसभा सदस्य सर्वश्री थावरचंद गेहलोत, सत्यव्रत चतुर्वेदी, एल गणेशन, प्रकाश जावड़ेकर और मेघराज जैन का कार्यकाल 2 अप्रेल 2018 को समाप्त हो रहा है। इनमें चतुर्वेदी कांग्रेस से सांसद हैं, बाकी सभी भाजपा से चुनकर गए हैं। इस वजह से पांच सीटों के लिए राज्यसभा निर्वाचन हो रहे हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार नामांकनपत्र दाखिले का काम सोमवार दोपहर तीन बजे समाप्त हो जाएगा। नामांकनपत्रों की जांच 13 मार्च को होगी। नाम वापसी के लिए 15 मार्च को दोपहर 3 बजे तक का समय निर्धारित है। आवश्यक हुआ तो मतदान 23 मार्च को सुबह 9 बजे से अपराह्न 4 बजे तक होगा और उसके बाद मतगणना होगी।
हालाकि माना जा रहा है कि इन पांच प्रत्याशियों के अलावा कोई और प्रत्याशी नामांकनपत्र दाखिल नहीं करेगा। इस स्थिति में पांचों के निर्विरोध निर्वाचन की औपचारिक घोषणा नाम वापसी की समयसीमा समाप्त होने के बाद 15 मार्च को की जाएगी।
नामांकनपत्र दाखिले के बाद चारों भाजपा प्रत्याशियों ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से चर्चा में उन्हें प्रत्याशी बनाए जाने पर केंद्रीय नेतृत्व के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि वे भाजपा की नीति रीति के अनुरूप जन सेवा का पूरा प्रयास करेंगे। इसके अलावा मध्यप्रदेश के हितों का भी ध्यान रखा जाएगा।