सबगुरु न्यूज। कोरोना वायरस लॉकडाउन और प्रवासी मजदूरों की समस्या को लेकर कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार को घेरने में कोई मौका छोड़ना नहीं चाहती है। कांग्रेस पार्टी इस बात को अच्छी तरह से जान गई है कि भारत देश में यह महामारी लंबे समय तक चलेगी कहीं ऐसा न हो मोदी सरकार इसका पूरा फायदा उठा ले और जनता में लोकप्रिय हो जाए।
सही मायने में कांग्रेस के नेता चाहते हैं कि कोरोना और लॉकडाउन पर केंद्र सरकार के द्वारा किए गए इंतजामों को जनता के बीच में पूरी तरह से असफल करार दिया जाए। जब-जब केंद्र सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय लॉक डाउन का गुणगान करने लगते हैं तब-तब कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार पर पलटवार करने से चूकती नहीं है। इसीलिए बीच-बीच में राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी इस महामारी और प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर हमला करती रहीं हैं।
अभी पिछले दिनों राहुल गांधी में लोग डाउन को लेकर मोदी सरकार पर सवाल उठाए थे। कांग्रेस पार्टी के सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को एक वीडियो जारी कर केंद्र सरकार के सामने चार मांगे रखी हैं। राहुल गांधी ने गरीब परिवारों, मजदूरों और छोटे व्यापारियों की सरकार से मदद करने की अपील की है।
राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से भारत में तूफान आ गया है, सबसे ज्यादा चोट गरीब जनता को लगी है। मजदूरों को हजारों किमी पैदल, भूखा, प्यासा चलना पड़ा। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि इन मजदूरों की समस्याओं को केंद्र सरकार लगातार नजरअंदाज कर रही है।
गांधी परिवार सोशल मीडिया को लेकर केंद्र सरकार को घेरने में जुटा
लॉकडाउन के बाद देश की खराब होती दशा पर आज सोनिया गांधी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया के सहारे केंद्र सरकार पर ताबड़तोड़ हमले किए हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ सोशल मीडिया पर पार्टी के स्पीक अप इंडिया अभियान की शुरुआत करते हुए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। सोनिया ने कहा कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण गरीबों का बुरा हाल है लेकिन सरकार उन पर कोई ध्यान नहीं दे रही है।
उन्होंने कहा कि देश विभाजन के बाद की सबसे बड़ी त्रासदी से गुजर रहा है। गरीब, मजदूर छोटे कारोबारी और किसान परेशान हैं। देश मे हर व्यक्ति उनकी पीड़ा को महसूस कर रहा है। लेकिन सरकार को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। हमने बार-बार सरकार को चेताया लेकिन सरकार समझने को तैयार नहीं है। इसलिए कांग्रेस ने भारत की आवाज बुलंद करने का सामाजिक बीड़ा उठाया है।
मजदूरों की घर वापसी को लेकर केंद्र सरकार नहीं है गंभीर
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार प्रवासी मजदूरों को घर भेजने में गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि हर गरीब के बैंक खाते में अगले 6 महीने तक हर महीने 7500 रुपये डाले जाने चाहिए। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ये मांग दोहराते हुए कहा कि कोरोना की सबसे ज्यादा मांग गरीबों पर पड़ी है। उन्होंने कहा, ‘मजदूरों को हजारों किमी पैदल भूखा-प्यासा चलना पड़ रहा है। देश को भारी संख्या में रोजगार देने वाले उद्योग एक के बाद एक बंद हो रहे हैं।
दूसरी ओर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि गरीबों के खाते में तुरंत 10 हजार रुपए डाले जाने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘मैं खासकर भाजपा से कह रही हूं कि राजनीति मत करिए। यह सबको मिलकर गरीबों का साथ देने का समय है। विचारधारा से ऊपर उठने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश सरकार ने बसों पर राजनीति की। महाराष्ट्र में सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है। प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार से कहा कि इस दुख की घड़ी में वह मजदूरों की मदद करने के लिए आगे आए।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार