नयी दिल्ली । कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर ‘अच्छे दिन’ का वादा पूरा नहीं करने, भ्रष्टाचार मिटाने, महंगाई रोकने तथा सुशासन देने में पूरी तरह असमर्थ रहने का आरोप लगाते हुए कहा है कि देश की जनता की उम्मीदों को बनाये रखने तथा इस सरकार का मजबूत विकल्प देने के लिए कांग्रेस को पूरी ताकत के साथ काम करने की जरूरत है।
गांधी ने मंगलवार को कांग्रेस संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है, देश की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा गयी है, शासन प्रशासन लुंजपुंज हो गया है और समाज में विभाजन की स्थिति पैदा की जा रही है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने चार साल पहले देश की जनता से जो वादे किए थे, उन्हें पूरा करने में उसकी सरकार पूरी तरह विफल हो गयी हुयी है और देश इस सरकार का विकल्प चाहता है इसलिए कांग्रेस को जनता को सशक्त विकल्प देने की दिशा में संघर्ष करने की जरूरत है।
गांधी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकारों ने देश को समग्ररूप से सशक्त बनाने के लिए जिन संस्थानों का गठन किया था, भाजपा की सरकार ने उन्हें कमजोर बना दिया है। आधुनिक भारत के लिए इन संस्थानों को लोकतंत्र का मंदिर कहा जाता है लेकिन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ तथा भाजपा ने इन्हें ध्वस्त कर दिया है। हर संस्थान में आरएसएस के लोगों को भरा जा रहा है और संस्थान की मूल अवधारणा को बदला जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि देश में नफरत फैलाने वाली विभाजनकारी शक्तियों, संविधान से छेड़डाड़ करने तथा हिंसा को बढावा देने वाली ताकतों काे दोबारा सत्ता में आने से रोकना है और किसानों, युवाओं तथा पीड़ितों की उम्मीदों को बरकरार रखना है।
गांधी ने कहा कि 2014 के आम चुनाव प्रचार के दौरान श्री नरेंद्र मोदी कहते थे कि भारत को आजादी के बाद से ‘पैसेंजर ट्रेन’ बनाकर रखा गया है। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि श्री मोदी ने वादा किया था कि सत्ता में आने के बाद वह ऐसी ‘जादुई ट्रेन’ चलाएंगे जिससे देश की जनता के अच्छे दिन आएंगे। श्री मोदी ने देश की जनता से वोट मांगकर आश्वास दिया था कि वह उन्हें खुशहाल जीवन देंगे लेकिन मोदी सरकार के चार साल में साफ हो गया है कि देश एक अकुशल चालक के हाथों में है।
उन्होंने कहा कि 2014 में श्री मोदी ने लोगों को विश्वास दिया था कि उनकी सरकार बनी तो हर साल दो करोड़ युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएंगे, किसानों की आय दोगुनी की जाएगी, कारोबार में खुशहाली लाएंगे, काला धन स्विस बैंक से वापस लाएंगे, हर नागरिक के खाते में 15 लाख रुपए जमा कराएंगे, पेट्रोल की कीमतें घटाएंगे, महिलाओं काे सुरक्षा प्रदान करेंगे तथा दलितों के साथ न्याय होगा लेकिन पिछले चार साल के दौरान इनमें से कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि देश की जनता अब बदलाव चाहती है। देश की जनता अब हर हाल में भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने, स्वस्थ बैंंर्किग प्रणाली को तहतस नहस कर एनपीए को 2.6 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचाने, राफेल लड़ाकू विमान सौदे में भ्रष्टाचार करने और कई गुना अधिक दामों पर विमानों की खरीद करने, कमजोर वर्गों के हितों को नजरअंदाज करने तथा राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर-एनआरसी को गलत तरीके से लागू करने वाली सरकार से मुक्ति चाहती है।
उन्होंने एनआरसी को देश के समक्ष सबसे अहम मुद्दा बताया और आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा शुरू किए गए इस मसले को गलत तरीके से क्रियान्वित किया गया है।