लखनऊ 06 दिसम्बर :- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरूवार को बुलंदशहर में गत तीन दिसम्बर को गोकशी को लेकर हुई हिंसा में शहीद पुलिस निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह के परिजनों से मुलाकात की।
श्री योगी ने अपने सरकारी आवास पांच कालीदास मार्ग पर पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उनकी मांगे मानते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि वह इस घटना को लेकर बेहद गंभीर हैं।
मुख्यमंत्री ने सुबोध के परिजनों को पूरी मदद का भरोसा देते हुए कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएेगी। मुलाकात के सयम इस पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ पी सिंह और प्रभारी मंत्री अतुल गर्ग वहां मौजूद थे।
पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद मुख्समंत्री आवास पर डीजीपी श्री सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच एसआईटी से कराई जा रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार सुबोध सिंह को शहीद का दर्जा देगी और उनके बच्चों को पूरी सहायता देगी। राज्य सरकार ने पीड़ित परिवार की लगभग सभी मांगे मान ली है। सरकार परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देगी और बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी उठाएगी। मुख्यमंत्री से मुलाकात करने वालों में प्रमुख रुप से सुबोध की पत्नी रजनी और उसके दो पुत्र एवं अन्य लोग शामिल थे।
डीजीपी ने बताया कि इसके साथ ही सरकार सुबोध के परिवार का कर्ज भी चुकायेगी। उन्होंने बताया कि शहीद सुबोध कुमार सिंह के नाम पर गांव में एक स्कूल, सड़क और स्मारक का निर्माण भी कराया जाएगा।
गौरतलब है कि बुलंदशहर के स्याना कोतवाली क्षेत्र में गोकशी की अफवाह फैलने के बाद हिंसक भीड़ ने पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या कर दी थी। इस घटना में सुमित नामक युवक की भी गोली लगने की वजह से मृत्यु हो गई थी। राज्य सरकार ने मृतक सुबोध सिंह के परिवार को 40 लाख रुपये की सहायता देने के अलावा सुमित के परिवार को भी दस लाख रुपये की सहायता देने की पहले ही घोषणा कर दी। इस घटना में अभी तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
परिजनों ने अंतिम सस्कार के दिन शव यात्रा बीच में रोककर सुबोध सिंह काे शहीद का दर्जा देने तथा गांव में एक स्कूल, सड़क और स्मारक का निर्माण कराये जाने की मांग की थी।