

अजमेर। राजस्थान में अजमेर जिले के सरवाड़ कस्बे में रविवार को सूफी संत हजरत ख्वाजा फखरुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर सालाना उर्स का झंडा चढ़ाया जाएगा।
रविवार रात यदि चांद दिखाई दे गया तो 15 मार्च से नौ दिवसीय उर्स का आगाज होगा। सरवाड़ दरगाह में सालाना उर्स चांद की एक तारीख से नौ तारीख तक मनाए जाने की परंपरा है। इस दौरान अजमेर स्थित खादिमों की संस्था अंजुमन की ओर से भी चादर पेश की जाएगी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक झंडे का जुलूस परंपरागत तरीके से सरवाड़ सब्जी मंडी क्षेत्र से शुरू होकर सदर बाजार, सुनार गली, दुधाड़िया बाजार, अंसारी मोहल्ले होते हुए दरगाह शरीफ पहुंचेगा जहां बुलंद दरवाजे पर झंडे की रस्म अदा की जाएगी। यह झंडा मगरीब की नमाज से पहले चढ़ा दिया जाएगा। फिर सभी को चांद के दीदार का इंतजार रहेगा। चांद दिखाई दिया तो कल रात से ही उर्स का विधिवत आगाज होगा, नहीं तो अगले दिन 16 मार्च से उर्स आयोजित होगा। चांद की छह तारीख को दरगाह परिसर में छोटे कुल की रस्म तथा नौ तारीख को बड़े कुल की रस्म अदा की जाएगी। इसी के साथ उर्स का विधिवत समापन हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि सरवाड़ स्थित ख्वाजा फखरुद्दीन चिश्ती सरवाड़ी के उर्स की रस्में भी ठीक उसी तरह है जैसे अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स में रहती है। हाल में ख्वाजा गरीब नवाज का 809वां सालाना उर्स अजमेर में संपन्न हुआ।