भरतपुर। राजस्थान में भरतपुर जिले के चिकसाना थाने के बुराबई गांव में एक वृद्ध महिला की मौत के बाद भी परिवार में किसी पुरुष के मौजूद न होने से शव 15 घंटों से अंतिम संस्कार की बाट जो रहा है।
जानकारी के अनुसार बुराबई गांव में गत पांच अगस्त को दो परिवारों के बीच हुए संघर्ष में एक गुट के करतार सिंह की मौत हो गयी थी। उसके बाद दूसरे गुट के परिवार के चार सदस्यों का पुलिस ने जेल भेज दिया जबकि अन्य पुरुष सदस्य फरार हो गये।
सूत्रों ने बताया कि इसके बाद से ही इस गुट की महिलायें घर से बाहर नहीं निकल पा रहीं। इसी दौरान इसी गुट की एक वृद्धा कई दिनों से बीमार थी, उसे उपचार के लिये अस्पताल नहीं ले जाने के कारण कल उसकी मृत्यु हो गयी, लेकिन घर में एक भी पुरुष के मौजूद न होने से उसका अंतिम संस्कार नहीं हो पा रहा। मृतका के रिश्तेदार भी भयवश आ नहीं पा रहे हैं। फिलहाल शव को मुखाग्नि देने के लिये कोई पुरुष मौजूद नहीं है।
परिवार की एक महिला सदस्य रेनू ने मीडिया को फोन पर बताया कि उनके विपक्षी परिवार के लोग उन्हें घरों से नहीं निकलने दे रहे हैं जबकि हत्या के इस मामले के बाद गांव में शांति व्यवस्था के लिए आरएसी तैनात है। मृतका के परिवार की महिलाओं ने मृतका के अंतिम संस्कार के लिए जेल से परिवार के सदस्यों की रिहाई की अपील की है ताकि मृतक बुजुर्ग महिला का सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हो सके।