नई दिल्ली। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को देश के बैंकों में दो दिनों से चल रही हड़ताल का मुद्दा उठाया और सरकार से इनके कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करने का अनुरोध किया।
खड़गे ने शून्यकाल के दौरान कहा कि बैंकों के निजीकरण किये जाने के खिलाफ देश के नौ बैंकों के यूनियन 15 मार्च से हड़ताल पर हैं जिसके कारण आम लोगों और कारोबरियों को भारी परेशानी हो रही है। इन बैंकों के करीब एक लाख शाखाओं में लगभग 13 लाख कर्मचारी हैं।
उन्होंने कहा कि बैंक कर्मचारी रोजीरोटी को लेकर अपने भविष्य के प्रति चिन्तित हैं। कुछ गरीब लोगों को भी आरक्षण के कारण नौकरी मिली है। उन्होंने कहा कि पूर्व में सरकार ने दूरदर्शी नजरिये के कारण बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया था। वर्ष 2008 में विश्व में बैंकों की अर्थव्यवस्था चरमरा गयी थी लेकिन देश में राष्ट्रीयकरण के कारण बैंकों पर इसका प्रभाव नहीं हुआ था।
उन्होंने कहा कि बैंक के बाद बीमा कम्पनियों के कर्मचारी भी हड़ताल पर जाने वाले हैं। उन्होंने सरकार से इन कर्मचारियों की समस्याओं को सुलझाने का आग्रह किया।