नई दिल्ली/लंदन। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर दबाव बढ़ाते हुए आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
डाउनिंग स्ट्रीट के एक प्रवक्ता ने कहा कि खान के साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मे ने आतंकवाद से निपटने के वैश्विक प्रयासों के समर्थन में सभी आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान के महत्व पर जोर दिया।
पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद दोनों राष्ट्रों के बीच तनाव बढ़ा गया। इस हमले में अर्धसैनिक बल के 40 से अधिक जवान शहीद हो गए।
भारत ने इस घटना का मुंहतोड़ जवाब देते हुए बालाकोट (पाकिस्तान) में आतंकवादी शिविरों पर हवाई कार्रवाई की जिसमें बड़ी संख्या में जैश के आतंकवादी मारे गए। पाकिस्तान अकारण नियंत्रण रेखा के पास मोर्टार और छोटे हथियार से गोलीबारी करके संघर्ष का उल्लंघन कर रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने पिछले एक हफ्ते में जम्मू-कश्मीर में सक्रिय अलगाववादी समूहों पर सख्ती की है जिसमें जमात-ए-इस्लामी पर प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ उनके दो मौलवियों को भी हिरासत में लिया गया है।
समूह पर प्रतिबंध लगाने के बाद सुरक्षा बलों और पुलिस ने जमात के 200 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। इस बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बालाकोट हमले के सबूत की विपक्ष की मांग को खारिज कर दिया और कहा कि कोई भी सुरक्षा एजेंसी कभी भी अभियान संबंधी विवरण साझा नहीं करती है।