जयपुर। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल की सह-निदेशक नमिता गोखले और निर्माता संजॉय रॉय ने दैनिक जागरण और नील्सन बुक स्कैन की तीसरी हिंदी बेस्टसेलर सूची की घोषणा की। इस सूची को तीन श्रेणी में बांटा गया है कथा, कथेतर और अनुवाद और हर श्रेणी में दस बेस्टसेलर की सूची है।
हिंदी बेस्टसेलर के यह आंकड़े अक्टूबर से दिसम्बर 2017 के बीच के हैं, जो की दैनिक जागरण और नील्सन बुक स्कैन द्वारा हर तीन महीने में जारी किए जाते हैं। इस दौरान उनके साथ जागरण समूह के वरिष्ठ संपादक विष्णु त्रिपाठी भी मौजूद रहे।
कथा खंड में सत्य व्यास की बनारस टॉकीज, अनमोल भगवंत की जिंदगी 50-50, दिव्य प्रकाश दुबे की मसाला चाय, प्रवीन कुमार की छबीला रंगबाज का शहर और गुलजार की पुस्तक दो लोग शीर्ष पांच में रही।
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कथेतर खंड में नरेंद्र कोहली की व्यंग्य समय, मोहनकृष्ण बोहरा की तसलीमा : संघर्ष और साहित्य, जावेद अख्तर की लावा, अनूप मणि त्रिपाठी की शोरूम में जननायक और सुनील सिद्धार्थ की हाशिये का राग प्रमुख पांच में शामिल रही।
इसी तरह अनुवाद खंड में चित्रा बनर्जी दिवाकरूनी की द्रौपदी की महाभारत, अमीश की सीत : मिथिला की योद्धा, चेतन भगत की रेवोल्यूशन 2020, देवदत्त पटनायक की मेरी गीता और अमीश की नागाओं का रहस्य शीर्ष पांच में शामिल रही।
सूची की घोषणा के बाद साहित्य जगत पर इस बेस्टसेलर के प्रभाव विषय पर सत्र आयोजित किया गया। जिसमें जानी मानी लेखिका अलका सरावगी, चित्र मुद्गल से अनंत विजय ने परिचर्चा की।
लेखिका चित्र मुदगल ने कहा कि हिंदी बेस्टसेलर सूची से यह स्पष्ट हो रहा है की वर्तमान समय में पाठकों की किस प्रकार की रुचि है और इसका गंभीर साहित्य पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, इससे हिंदी साहित्य जगत के लिए आने वाले समय में नई मिसाल कायम होगी। लेखिका अलका सरावगी ने कहा कि मैं खुश हूं कि इस बेस्ट सेलर में कुछ नामचीन लेखकों की पुस्तक भी शामिल हैं।
इस सूची को तैयार करने में कई मानदंडों का पालन किया गया है, जिसमें एक जनवरी 2011 के बाद जिस पुस्तक का पहला संस्करण प्रकाशित हुआ है और जिस पर वैध तेरह अंकों का आईएसबीएन नम्बर है उसकी बिक्री को ही इस सूची में शामिल किया गया है। हिंदी बेस्ट सेलर के चयन के लिए देशभर के 43 बड़े शहरों का चुनाव किया गया जहां की मुख्य भाषा हिंदी है।