जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ टिप्पणी करने वालों की निंदा की और देश में मौजूदा हालात में कांग्रेस संगठन एवं उसकी नीतियों की ज्यादा जरूरत बताते हुए कहा है कि कांग्रेस मुक्त भारत की बात करने वाले खुद मुक्त हो जाएंगे।
गहलोत ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस स्थापना दिवस कार्यकम में भाग लेने के दौरान मीडिया से आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि देश में जो माहौल है, उस माहौल के अनुरूप ये लोग अपनी वाणी को सामने ला रहे हैं, आप समझ सकते हैं कि देश किस दिशा में जा रहा है।
गहलोत ने महात्मा गांधी के जन्मदिवस को लेकर पूरी दुनियां अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस मना रही है, उस व्यक्तित्व के लिए, उस महापुरुष के लिए साधु-संतों द्वारा जिस प्रकार के लब्ज काम में लिए गए, उसकी जितनी निंदा करें उतनी कम है, आप सोच सकते हो कि देश को किस दिशा में ले जाना चाह रहे हैं, जो माहौल देश में है, उस माहौल के अनुरूप ये लोग अपनी वाणी को सामने ला रहे हैं, समझ सकते हैं कि देश किस दिशा में जा रहा है, इसे हमें समझना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का आज स्थापना दिवस है, पूरे देश के अंदर कार्यकर्ताओं में एक संकल्प लेने का वक्त है कि जो चुनौतियां हमारे सामने हैं, कांग्रेस का त्याग-कुर्बानी- बलिदान कोई भूल नहीं सकता, चाहे कितनी ताकतें कितना ही जोर लगा लें, कांग्रेस मुक्त भारत की बात कर लें, ऐसी बात करने वाले खुद मुक्त हो जाएंगे, कांग्रेस तो हर घर में, हर दिल के अंदर है।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी, सरदार पटेल, पं जवाहर लाल नेहरू आदि सब लोगों ने जेल में रहकर संदेश दिया और उसके परिणामस्वरूप अंग्रेजों को जाना पड़ा। देश में भीमराव अम्बेडकर के सान्निध्य में संविधान बना और आज दुख होता जब उसकी धज्जियां उड़ाई जा रही है। देश में लोकतंत्र एवं संविधान खतरे में है। सारी संस्थाएं बर्बाद हो गई है और देश चिंतित हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हिंदू और हिंदुत्ववादी के बयान की चर्चा करते हुए कहा कि उसके मर्म को समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उनका मर्म यही था कि एक तरफ तो हिंदू है, जिसके महान संस्कार-संस्कृति-परंपराएं सदियों से हैं, जिसके भाव प्रेम, भाईचारे एवं मोहब्बत का है और वो ताकतें जो हिंदुत्व के नाम पर राजनीति कर रही हैं, उनका हिंदू बनना भी स्यूडो है, वे नकली हिन्दू है।
उन्होंने कहा वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कहना चाहेंगे कि देश का भविष्य आप पर निर्भर है, देश के वर्तमान हालात का चिंतन-मनन करें, मजबूती के साथ आम जनता का साथ दें और देश में जो मुद्दे हैं चाहे महंगाई का हो, बेरोजगारी, साम्प्रदायिकता हो उनका मुकाबला करने के लिए एकजुट रहें।