झुंझुनूं। जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकी हमले में घायल होने के बाद शहीद हुए राजपूताना राइफल्स के हवलदार सतपालसिंह का आज पैतृक गांव झुंझुनूं जिले के जैतपुरा में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
39 वर्षीय हवलदार सतपाल सिंह पिछले करीब 10 दिन से आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती थे। शहीद सतपाल के बेटे शांतनू ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान 11 राज राइफल्स के रिटायर्ड जवानों के साथ लोगों ने नारे लगाकर नम आंखों से विदाई दी।
इससे पहले शहीद की पार्थिव देह गमगीन माहौल में दोपहर घर लाई गई। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए लोग उमड़ पड़े। बच्चे, युवा, महिलाएं, बड़े-बुजुर्ग तिरंगा हाथ में लिए भारत की माता की जय, सतपाल अमर रहें जैसे नारे लगा रहे थे। घर पर परिवार की महिलाएं-पुरुष और गांव के लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित कर शहीद के अंतिम दर्शन किए। अंतिम दर्शन के बाद वीरांगना विंतोष बेसुध हो गईं।
सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढा, कलेक्टर लक्ष्मण सिंह कुडी, पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा, सूरजगढ़ विधायक सुभाष पूनिया, बुहाना प्रधान हरिकृष्ण यादव, सूरजगढ़ प्रधान सत्यवान सिंह ने शहीद हवलदार सतपाल सिंह के पार्थिव देह पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनको नमन किया।
इस दौरान राज्य मंत्री ने गुढा ने कहा कि शहीद की वीरांगना को ईश्वर संबल दे। इस नुकसान की पूर्ति नहीं की जा सकती है। हमें गर्व है कि शहीद सतपाल का परिवार सेना को समर्पित है। शहीद के अंतिम संस्कार के दौरान अंत्येष्टि स्थल पर काफी संख्या में लोग पहुंचे।
शहीद वीरांगना विंतोष देवी ने हाथ जोड़कर शहीद पति के अंतिम दर्शन किए। शहीद सतपाल सिंह की पार्थिव देह बुहाना से तिरंगा यात्रा के साथ उनके घर लाई गई। इसमें काफी संख्या में लोग श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे।