उदयपुर। देश में पुष्टिमार्गीय वल्लभ सम्प्रदाय की प्रधानपीठ राजस्थान के राजसमंद जिले में भगवान श्रीनाथजी के मंदिर में गुरुवार रात परम्परागत अन्नकूटोत्सव में हजारों आदिवासियों की भीड़ उमड़ पड़ी।
कृष्णधाम के इस मंदिर में आयोजित विश्व प्रसिद्ध अन्नकुटोत्सव के तहत अन्नकूट को लूटने आस पास के क्षेत्र से हजारों की संख्या में आदिवासी भील पहुंचे। मंदिर में ठाकूरजी को सर्वप्रथम भोग लगाने के बाद अन्नकूट के दर्शन खुलते हैं।
लगभग तीन घंटे तक चलने वाले इन दर्शनों के बाद देर रात करीब साढे ग्यारह बजे भील समाज के लोग बड़े प्रफुल्लित मन के साथ प्रभु के इस प्रसाद को धीं धीं धीं करते विशेष परिधान पहनकर लूटने पहुंचे। ये आदिवासी इस प्रसाद को लूटकर ले जाने के बाद अपने घर परिवार एवं रिश्तेदारों आदि में इसका वितरण भी करते हैं।
गौरतलब है कि इस मंदिर में गोवर्धन पूजा, खेंखरा गौ क्रीड़ा एवं उन्नकुटोत्सव पर देश भर से श्रद्धालू आते हैं। श्रद्धालू पहले गोवर्धन पूजा, खेंखरे का आनंद लेने के बाद शाम को भगवान श्रीनाथजी के अन्नकूट के दर्शन एवं इसकी लूट के दर्शन कर घर पहुंचते हैं।