अलवर। राजस्थान में अलवर जिले के नीमराणा थाना क्षेत्र में पुलिस ने नेशनल हाईवे पर 10 नवम्बर को ढाई करोड़ के स्वर्णाभूषण की सनसनीखेज लूट का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
अलवर जिले के भिवाड़ी के पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने आज बताया कि इस मामले में तीन आरोपी अब तक फरार हैं। इस लूट में परिवादी की मिलीभगत के चलते लूट की योजना बनाई गई थी और इस लूट को अंजाम देने वाले मुख्य सरगना पवन जाट सीआईएसएफ का बर्खास्त शुदा सब इंस्पेक्टर था। जिसने वर्दी पहन कर वारदात को अंजाम दिया।
उन्होंने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 10 नवंबर की रात्रि करीब नौ बजे दिल्ली के करोल बाग से कूरियर कर्मी प्रमोद कुमार सैनी बहुमूल्य स्वर्णाभूषण के पार्सल जयपुर में डिलीवरी देने के लिए रोडवेज बस में बैठा था।
परिवादी प्रमोद सैनी ने पवन एवं उसके अन्य साथियों के साथ लूट की योजना पहले ही बना ली थी। इसी के तहत कमलदीप, मोहित जाट ने बस को योजनाबद्ध तरीके से रुकवाया और प्रमोद से कथित रूप से स्वर्णाभूषण लूट लिए। इसके बाद प्रमोद कुमार ने मालिक मनीष कुमार को लूट की सूचना दी।
जोशी ने बताया कि पूछताछ के दौरान प्रमोद द्वारा बार-बार बयान बदलने से वह प्रथम दृष्टया संदेह के घेरे में आ गया और पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए मामले का खुलासा कर दिया। इस लूट की योजना पवन जाट ने बनाई थी।
पवन जाट का बद्री हिमाचल प्रदेश में मिनरल वाटर प्लांट भी है और इसी लग्जरी लाइफ़स्टाइल और गर्लफ्रेंड रखने के शौक के कारण वह कर्ज में आ गया इसी वजह से इसने अपने साथियों के साथ इस लूट की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने इस मामले में करीब पौने दो करोड़ रुपए के सोने के आभूषण एवं एक लग्जरी गाड़ी बरामद की है।
उन्होंने बताया कि इस मामले में पवन जाट, निवासी नीमकाथाना जिला सीकर, मनोज कुमार सैनी निवासी बगड़ जिला झुंझुनूं एवं प्रमोद कुमार सैनी निवासी अशोकनगर बगड़ झुंझुनूं को गिरफ्तार किया गया है, जबकि तीन आरोपी कमलदीप, मोहित और दीपक अभी फरार हैं जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।