सुपौल। बिहार के सुपौल जिले में प्रतापगंज थाना क्षेत्र के भेंगाधार के निकट एक किशोरी और एक महिला के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म और उसका विरोध करने वाली नाबालिग की बड़ी बहन की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक मृत्युंजय चौधरी ने रविवार को बताया कि मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए मामले का अनुसंधान और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अपर पुलिस अधीक्षक (वीरपुर) रामानंद कुमार कौशल के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया। उन्होंने बताया कि दुष्कर्म पीड़िता के बयान के आधार पर अपराधी का स्केच जारी कर विभिन्न माध्यमों से उसका प्रचार-प्रसार किया गया है।
चौधरी ने बताया कि एसआईटी के वैज्ञानिक अनुसंधान एवं सूचनाओं के संकलन से पूरे घटनाक्रम का उद्भेदन हो गया और तीन अपराधी अनमोल यादव, मो. अलीशेर और मो. अयूब को गिरफ्तार कर लिया गया। तीनों गिरफ्तार अपराधी सुपौल जिले में छातापुर थाना क्षेत्र के नरहिया गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों के पास से वारदात को अंजाम देने में इस्तेमाल किया गया दो देसी कट्टा एवं एक बाइक, लूटी गई राशि एवं मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वारदात में शामिल अन्य अपराधियों की पहचान कर ली गई है तथा उनकी भी गिरफ्तारी शीघ्र कर ली जाएगी। न्यायालय से आदेश प्राप्त कर घटनास्थल से पाए गए खोखा और बरामद आग्नेयास्त्र का विधि विज्ञान प्रयोगशाला से मिलान कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि मामले का अनुसंधान शीघ्र पूरा कर स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा ताकि दोषियों को शीघ्र सजा मिल सके।
गौरतबल है कि कंचन देवी अपने पति, दो बच्चे एवं 13 वर्षीय बहन के साथ अपने ननिहाल दशहरा मनाने नवमी को अररिया जिले के खामखोलपट्टी से यहां आई थी। वह और उसका परिवार अपने मामा-मामी के साथ मंगलवार रात तीन टोलिया में मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन देख कर घर लौट रही थी। भेंगाधार के निकट पूर्व से घात लगाए सात-आठ लोगों ने पहले उनके साथ लूटपाट की और फिर मृतका, उसकी बहन और मामी के साथ छेड़खानी करने लगे।
मृतका ने जब इसका विरोध किया तो अपराधियों ने उसे गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया और उसकी बहन को जबरन उठाकर थोड़ी दूर ले जाकर दुष्कर्म किया। अपराधियों का हौसला इतना बुलंद था कि वे इतने पर भी नहीं माने और उन लोगों ने पीड़िता की मामी को भी जबरन कुछ दूर ले जाकर उनके साथ सामूहिक बलात्कार किया।
गोली चलने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग जमा हाे गए और पीड़ितों को राघोपुर थाना लेकर आए। पीड़िता की बहन को सिमराही रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसे पटना रेफर कर दिया, जहां निजी अस्पताल में इलाज के दौरान गुरुवार को उसकी मौत हो गई।