बरेली। वर्ष 2010 में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक (यातायात) पर हमला करने वाले तीन सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
इस मामले में पहले ही तीनों सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया गया था लेकिन इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश पर तीनों को बहाल कर दिया गया था। जांच के बाद अब फिर से तीनों की बर्खास्तगी की गई है।
तीनों सिपाहियों में रविंद्र सिंह, रावेंद्र सिंह और मनोज का नाम शामिल है। तत्कालीन एसपी ट्रैफिक कल्पना सक्सेना वर्तमान में गाजियाबाद में 47वीं वाहिनी पीएसी की सेनानायक हैं।
पुलिस के मुताबिक घटना सितंबर 2010 की है। तत्कालीन एसपी ट्रैफिक कल्पना सक्सेना नकटिया पहुंची थीं जहां उन्होंने सिपाही रविंद्र सिंह, रावेंद्र सिंह और मनोज को कार में बैठकर ट्रकों से वसूली करते देखा था।
एसपी ट्रैफिक तीनों सिपाहियों को पकड़ने के लिए आगे बढ़ीं तो सिपाही कार लेकर भागने लगे थे। इसी दौरान एसपी ने कार का गेट पकड़ लिया था। बावजूद इसके सिपाहियों ने कार नहीं रोकी। वह कार के साथ घिसटकर वहीं गिर गईं। इसके बाद सिपाही भाग खड़े हुए थे। तत्कालीन एसएसपी ने तीनों सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया था। इस पर तीनों सिपाही हाईकोर्ट पहुंच गए।
हाईकोर्ट ने तीनों सिपाहियों की नियमानुसार बहाली के आदेश दिए। तीनों फिर से बहाल हो गए। इधर, मामले में तीनों सिपाहियों के खिलाफ फिर से विभागीय जांच शुरू हो गई। जांच पूरी होने के बाद एसएसपी ने तीनों सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया।
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बुधवार को बताया कि तत्कालीन एसपी ट्रैफिक पर हमला करने वाले तीन पुलिसकर्मियों के साथ पांच अन्य की बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है। छह अन्य की लंबे समय से गैर हाजिर होने की वजह से बर्खास्तगी की गई है।
छह अन्य पुलिसकर्मी भी बर्खास्त अनुशासनहीनता में छह और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई। लंबे समय तक गैर हाजिर रहने पर हेड कांस्टेबल राजेंद्र सिंह, सिपाही विवेक भाटी, शिवकुमार, फालोअर संजय सक्सेना, अनुज कुमार व सफाईकर्मी पवन कुमार को भी बर्खास्त कर दिया गया। सिपाही विवेक भाटी वर्ष 2016, शिवकुमार पुलिस लाइन से 1,977 दिन से गैरहाजिर हैं।