करनाल। हरियाणा में मुख्यमंत्री के गृहनगर करनाल में कल शाम अमृतधारा अस्पताल के संचालक डॉ़ राजीव गुप्ता की हत्या की गुत्थी सुलझाने का दावा करते हुए पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है और बताया कि एक पूर्व कर्मचारी ने नौकरी से हटाने के कारण डॉक्टर की हत्या की थी।
डॉ़ गुप्ता की कल सेक्टर 16 चौक के पास मोटर साइकल पर सवार तीन लोगों ने गोलियां मार कर हत्या कर दी थी। डॉ़ गुप्ता को उन्हीं के अस्पताल ले जाया गया जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
करनाल मंडल के पुलिस महानिरीक्षक योगेन्द्र सिंह नेहरा ने आज बताया कि पुलिस ने हत्या के चंद घंटों में पवन, रमन उर्फ सेठी और शिवकुमार को गिरफ्तार किया और इनके पास से एक देसी पिस्तौल व एक लाइसेंसी रिवाल्वर भी बरामद की गई।
उन्होंने बताया कि पवन ने पूछताछ में खुलासा किया है कि वह करीब दस साल तक डा गुप्ता के अस्पताल में डायलेसिस आपरेटर के तौर पर कार्यरत था। पिछले साल दिसंबर में उसे हटा दिया गया। पवन के अनुसार डॉक्टर उसे किसी दूसरी जगह या अस्पताल में भी नौकरी नहीं करने दे रहा थे। जिससे उसने उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर डा़ गुप्ता को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और योजनानुसार कल शाम डॉक्टर की हत्या को अंजाम दिया।
नेहरा ने कहा कि तीनों को अदालत में पेश किया जाएगा और पुलिस रिमांड की मांग की जाएगी क्योंकि आरोपियों ने वारदात में प्रयोग की गई मोटरसाईकिल व प्रयोग किए गए हथियार कहां से लाए गए थे के सबंध में पूछताछ बाकी है।