Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
अजमेर में आनासागर झील के पानी की सीलन से तीन मकान ढहे - Sabguru News
होम Rajasthan Ajmer अजमेर में आनासागर झील के पानी की सीलन से तीन मकान ढहे

अजमेर में आनासागर झील के पानी की सीलन से तीन मकान ढहे

0
अजमेर में आनासागर झील के पानी की सीलन से तीन मकान ढहे

अजमेर। राजस्थान में अजमेर के ऐतिहासिक आनासागर झील से छोड़े जा रहे पानी की लगातार सीलन से आज सुन्दरविलास क्षेत्र में एस्कैप चैनल के समीप तीन मकान भरभरा कर धराशायी हो गए। गनीमत ये रही की कोई जनहानि नहीं हुई।

अजमेर नगर निगम की क्षेत्रीय पार्षद अनीता चौरसिया ने क्लक्टर तथा नगर निगम आयुक्त पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि इन जरजर मकानों की शिकायत वे पिछले छह महिने से कर रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।

मकान गिरने की सूचना पर दलबल के साथ मौके पर पहुंची निगम आयुक्त दिव्या चौधरी ने पोकलेन मशीन एवं जेसीबी को बुलवाकर मलबे को हटाने का काम शुरू किया। उन्होंने बताया कि शहर में तूफानी बरसात होने के बाद से शहर के जर्जर मकानों पर निगरानी रखने के साथ निगम की ओर से मकान मालिकों को चेतावनी दी गई।

आज हुए हादसे के बाद निगम का दल मौके पर रहकर क्षेत्र के अन्य जर्जर मकान को खाली कराने का काम करेगा। उन्होंने बताया कि आनासागर एस्केप चैनल से पानी निकासी के काम को भी रुकवा दिया गया है। अजमेर के ही कायस्थ मोहल्ले में भी एक अन्य मकान धराशायी हुआ है। यहां भी कोई जनहानि नहीं हुई है।

उल्लेखनीय है कि अजमेर के लाखनकोटड़ी, सरावगी मौहल्ला, कायस्थ मौहल्ला, पुरानी मंडी और दरगाह क्षेत्र में अनेक जर्जर मकान हैं और कभी भी गिर सकते है। निगम प्रशासन हर साल सार्वजनिक सूचना के जरिये चेतावनी दे चुप रहता आया है।

आनासागर झील के स्कैप चैनल निर्माण में भ्रष्टाचार

अजमेर नगर निगम के उपमहापौर नीरज जैन ने ऐतिहासिक आनासागर के स्कैप चैनल निर्माण में भ्रष्टाचार की जांच और दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है। अजमेर में आज सुंदर विलास में एस्केप चौनल के पास बने मकान धाराशाही हो कर गिर गए। जिसे उपमहापौर जैन ने प्रशासनिक लापरवाही माना और मीडिया के समक्ष रोष का इजहार किया।

उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी में एस्केप चैनल के निर्माण हेतु 16 करोड़ रुपए से ज़्यादा की राशि स्वीकृत हुई और 2021 लेकर 2023 तक ना तो इसका निर्माण पूरा हुआ ना ही एस्केप चौनल का जीर्णाेद्धार हुआ। आज भी जगह जगह नाले की दीवार टूटी पड़ी है। एस्केप चैनल में मलबा भरा पड़ा है।

इसकी सफ़ाई करने की और इसके निर्माण की ज़िम्मेदारी स्रमार्ट सिटी और सिंचाई विभाग की थी लेकिन अधिकारियों और ठेकेदारों की मिली भक्ति से 16 करोड़ रुपए भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए जिसका दुष्परिणाम ये रहा कि स्कैप चैनल के पास में बसी कॉलोनियों के निवासियों को लगातार भुगतना पड़ रहा है और आज तीन मकान भरभरा कर धराशायी हो गए।

जैन ने जिला प्रशासन से आग्रह किया कि स्मार्ट सिटी प्रयोग प्रोजेक्ट में बनने वाले एस्केप चैनल के ठेकेदारों और अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए और क्षतिग्रस्त मकानों को गिरा करके आमजन की जानमाल की रक्षा करे।