संभल। उत्तर प्रदेश में संभल के चंदौसी क्षेत्र मेें बदमाशों ने अवकाश प्राप्त इंस्पेक्टर पत्नी समेत तीन लोगों की गला रेतकर हत्या कर दी।
पुलिस अधीक्षक जमुना प्रसाद ने शनिवार को बताया कि बुलंदशहर के महमूदपुर गांव निवासी सत्यपाल सिंह पुलिस विभाग में इंस्पेक्टर थे। 1982 में बीमारी के चलते उनका निधन हो गया था। पति की मृत्यु के बाद संतोष देवी (60) काफी वर्षों से चन्दौसी के आजाद रोड पर किराये के मकान में रह रही थीं। संतोष देवी का बेटा भी पुलिस उपनिरीक्षक था जिसकी सडक हादसे में मौत हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि मृतका के साथ चचेरा भाई केशर सिंह निवासी बुलंदशहर भी रहता था। एक साल पहले बनवाए गए मकान में पंद्रह दिन पहले संतोष देवी रोडवेज बस स्टैंड के सामने गुरुतेगबहादुर कालोनी में स्थित मकान में सामान शिफ्ट कर रहना शुरु किया था। घर का काम करने के लिए एक युवती को नौकरानी रखा था।
शुक्रवार की रात नौ बजे करीब गुड़गांव निवासी बड़ी बेटी रश्मि सिंह ने कालोनी में अनुराग सिंह को मोबाइल पर काल कर बताया कि वह काफी समय से मां को काल कर रही हैं। लेकिन उनका फोन नहीं मिल पा रहा है। इस पर रिश्तेदार अनुराग सिंह संतोष देवी के घर पहुंचे तो मेनगेट खुला हुआ था। अंदर जाकर देखा तो तीनों के शव वहां पड़े थे।
प्रसाद ने बताया कि घर के बाहर बरामदे में तख्त पर संतोष देवी और पास की चारपाई पर नौकरानी का शव खून से लथपथ पड़ा था। दोनों का धारदार हथियार से गला रेता गया था। बाहर लाबी में केशर सिंह का शव भी खून से लथपथ मिला। कमरे की अलमारी खुली थी और सामान बिखरा था।
उन्होेंने बताया कि बताया कि मामले का शीघ्र ही खुलासा किया जाएगा। पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है। पुलिस महानिरीक्षक ने घटनास्थल का दौरा कर हत्याकांड के शीघ्र खुलासे के लिये अधीनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं।
प्रसाद ने बताया कि चंदौसी तिहरे हत्याकांड के मामले में मृतका के भाई राजबहादुर की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस की टीमें गठित कर दी गई है।