बेंगलुरू। शहर के दक्षिण-पूर्व उपनगर में 10 फुट गहरे एक मैनहोल में सफाई के लिए उतरे तीन श्रमिकों की रविवार को दम घुटने से मौत हो गई।
बृहत बेंगलुरू महानगर पालिका ने यहां कहा कि घटना दोपहर के आसपास उस वक्त प्रकाश में आई, जब एक अपार्टमेंट के जलमल शोधक संयंत्र में जमीन के नीचे एक अवरोध को साफ करने के लिए उतरे श्रमिक मैनहोल से बाहर नहीं निकले।”
उनमें से दो की मौत जहरीली गैस सूंघने के कारण हो गई, जबकि तीसरा मैनहोल में बेहोशी की हालत में पाया गया। लगभग 30 साल उम्र के पीड़ितों की पहचान महादेवप्पा, रमेश और श्रीनिवास के रूप में हुई है।
अधिकारी ने कहा कि अग्निशमन कर्मियों ने महादेवप्पा और रमेश के शव मैनहोल से बाहर निकाले, जबकि श्रीनिवास को बाहर निकालने के बाद एक निजी अस्पताल पहुंचाया गया, क्योंकि उस समय उसकी सांस चल रही थी।
लेकिन सेंट जॉन अस्पताल के चिकित्सकों ने श्रीनिवास को मृत घोषित कर दिया। बेंगलुरू विकास मंत्री केजी जॉर्ज ने बाद में इलाके का दौरा किया और इस तरह के काम में अयोग्य लोगों को लगाने को लेकर चिंता जाहिर की।
जॉर्ज ने घटनास्थल पर संवाददाताओं से कहा कि मैंने बीबीएमपी को जांच करने और पीड़ितों की योग्यता का आकलन किए बगैर उन्हें नियुक्त करने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। बीबीएमपी ने प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए पांच-पांच लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है।