कानपुर। उत्तर प्रदेश में कानपुर के सजेती इलाके में किशोरी के साथ किए गये सामूहिक बलात्कार एवं पीड़ित के पिता की सड़क हादसे में मौत के मामले में दो उपनिरीक्षकों समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं उप महानिरीक्षक डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि तीन दिन पहले सजेती इलाके में किशोरी के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना पहुई थी, जिसमें गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। इस मामले में पुलिस दो आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है जबकि एक की तलाश जारी है। जिले जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस घटना और पीड़िता के पिता के साथ हुए हादसे की जांच घाटमपुर के पुलिस उपाधीक्षक गिरीश कुमार को सौंपी गई थी। जांच रिपोर्ट में सजेती थाना क्षेत्र के हल्का प्रभारी रामशिरोमणि दोषी पाए गए हैं, जिसे निलंबित कर दिया गया है और उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा घाटमपुर में हुई दुर्घटना को लेकर वहां के चौकी प्रभारी अब्दुल कलाम और बीट के सिपाही आदेश कुमार भी निलंबित कर दिया गया है । तीनों निलंबित पुलिसकर्मियों की विभागीय जांच पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि मंगलवार को सजेती थाने में गैंगरेप की पीड़िता किशोरी के पिता ने कन्नौज में तैनात दरोगा देवेंद्र यादव के बेटे व उसके दोस्त पर गैंगरेप का आरोप लगाया था। आरोप है कि दरोगा के बड़े बेटे पर मुकदमा दर्ज न कराने का दबाव बनाते हुए पीड़िता के पिता के साथ पुलिस ने गाली गलौज व जान से मारने की धमकी दी थी। गैंगरेप की जानकारी होते ही मौके पर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ब्रजेश श्रीवास्तव के साथ सीओ गिरीश कुमार भी थाने पहुंच गए थे। उन्होंने गैंगरेप पीड़िता किशोरी के पिता से बातचीत करते हुए दरोगा देवेंद्र यादव के आरोपी बेटे दीपू व सौरभ और उसके साथी गोलू की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमों का गठन करते हुए जल्द से जल्द गिरफ्तारी के आदेश भी दिए थे। लेकिन कल बुधवार को पीड़िता के पिता की कथित सड़क हादसे में मौत हो गई थी। जिसके बाद से परिजन लगातार पुलिस वालों पर गंभीर आरोप लगा रहे थे।