छतरपुर। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के राजनगर कस्बे में 19 साल के शराबी लड़के ने तीन साल की मासूम बच्ची को अपनी हवस का शिकार बना डाला। घटना के बाद ग्रामीणों ने आरोपी को पीट-पीट कर पुलिस को सौंप दिया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक राजनगर के फौजदार मोहल्ले में रहने वाले एक परिवार की तीन साल की बच्ची और उसकी मां बीती रात घर में थी, तभी उनके घर में मौजूद पालतू बिल्ली ने एक बर्तन में अपना मुंह फंसा लिया। बिल्ली के मुंह को बर्तन से निकालने के लिए पड़ोस में रहने वाला तौहीद अली और कुछ अन्य लोग घर में आए और परिवार की मदद करने लगे।
यहीं मौका पाकर तौहीद घर के अंदर कमरे में घुस गया, जहां बच्ची खेल रही थी। बच्ची की मां बिल्ली को बाहर छोड़ने आ गई और सब लोग अपने घर चले गए, तभी घर के अंदर से बच्ची के चीखने-चिल्लाने की आवाज आने लगी।
मां कमरे के तरफ भागी तो देखा कि तौहीद उसकी मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म कर रहा था। मां के चिल्लाने पर मोहल्ले के लोगों ने तौहीद को पकड़ा और उसके साथ जमकर मारपीट की।
कुछ देर में मौके पर पुलिस आ गई और आरोपी को थाने ले गई। बच्ची को इलाज के लिए राजनगर अस्पताल ले जाया गया। बुधवार को छतरपुर में उसका मेडिकल कराया गया।
इस मामले में राजनगर थाने में पदस्थ महिला आरक्षक विमला गौड पर मेडिकल कराने और लड़की की जल्दी छुट्टी कराने के नाम पर पीड़िता के पिता से पांच सौ रुपए की मांग करने का आरोप लगा है।
पुलिस अधीक्षक राजाराज परिहार ने तुरंत मामले को संज्ञान में लेते हुए पुलिस अनुविभागीय अधिकारी इशरार मंसूरी से मामले की जांच करने और आरक्षक को लाइन अटैच करने के निर्देश दिए हैं।