गया। बौद्ध धर्मगुरू दलाईलामा ने तिब्बतियों के अधिकारों को लेकर चीन के कड़े रुख की आलोचना करते हुए आज कहा कि वह अपनी शक्ति का गलत इस्तेमाल कर रहा है।
धर्मगुरू ने यहां बोधगया स्थित विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर में विशेष पूजा अर्चना करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चीन की सरकार शोषण करने वाली सरकार है, जो अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल कर रही है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान आधुनिकता के दौर में प्रत्येक व्यक्ति को आज़ादी का अधिकार है। सभी को आजाद रहने का हक है। ऐसे में चीन सरकार अपनी शक्ति का गलत इस्तेमाल कर रही है। यह कहीं से भी ठीक नहीं है।
दलाईलामा ने कहा कि बौद्ध धर्म सब से हटकर है। वह सभी के प्रति एकसमान भाव रखता है। उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म का संदेश शांति, प्रेम, करुणा और आपसी भाईचारे का है, जो यह आधुनिक विज्ञान पर आधारित है। उन्होंने कहा कि मैं पिछले 30-40 वर्षों से कई स्थानों पर आधुनिक विज्ञान के साथ बौद्ध धर्म पर चर्चा करता आ रहा हूं। बौद्ध धर्म शांति और समानता की परंपरा पर आधारित है।
उल्लेखनीय है कि अभी हाल ही में चीन की सरकार ने हाल ही में तिब्बतियों को चेतावनी देते हुये कहा था कि वे धर्मगुरू दलाईलामा के बहकावे में न आयें और इस क्षेत्र में कम्युनिस्ट पार्टी के शासन के महत्व को स्पष्ट रूप से समझ लें।
इससे पूर्व धर्मगुरू दलाईलामा महाबोधि मंदिर दर्शन करने पहुंचे। उन्होंने मंदिर के गर्भगृह में विशेष रूप से पूजा अर्चना की और और पवित्र बोधिवृक्ष को नमन किया। उनके मंदिर आगमन को लेकर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। मंदिर परिसर में हजारों की संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं ने अपने धर्म गुरू को नमन किया। श्रद्धालु गुरु की एक झलक पाने के लिए ललायित दिखे।