लाहौर। तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान के नेतृत्व वाले धार्मिक राजनीतिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने प्रांतीय राजधानी में हिंसक प्रदर्शन के दौरान फैजपुर चौराहे के नजदीक मोटरमार्ग पर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, वाहनों में आग लगाई और नागरिकों के साथ मारपीट भी की।
डॉन समाचार के मुताबिक प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच भी झड़प हुई जिसमें फिरोजवाला के डीएसपी समेत 20 पुलिसकर्मी घायल हुये, जिन्हें गंभीर हालत में मायो अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
करीब 100 से भी अधिक लोगों की भीड़ अचानक मोटरमार्ग पर हिंसक हो गयी और उन्होंने वहां खड़ी कारों और ट्रकों को नुकसान पहुंचाया। सोशल नेटवर्किंग साइट पर एक मोबाइल फोन का वीडियो वायरल हुआ जिसमें टीएलपी कार्यकर्ता अपनी कारों के भीतर बंद कार चालकों को उनकी कार समेत आग के हवाले करते दिखाई दे रहे हैं।
बाबू साबू से फैजपुर चौराहे की तरफ जाने वाली रोड पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर संघर्ष हुआ। इकबाल शहर खंड के पुलिस अधीक्षक (संचालन) सैयद अली और शेखुपुरा के पुलिस अधीक्षक (जांच) असदुर रहमान ने कहा जब पुलिस ने नागरिकों को धार्मिक संगठन के कार्यकर्ताओं से बचाने की कोशिश की तो उन्होंने लोहे की छड़ी से उन पर ही हमला कर दिया।
रहमान ने डॉन समाचार को बताया कि टीएलपी कार्यकर्ताओं की भीड़ के साथ इस झड़प में 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिसवालों पर पत्थरों से हमला किया। उन्होंने बताया कि वह सभी नजदीक के कोर्ट राजीत आदि गांवों से आए थे और उनके पास पर्याप्त मात्रा में पत्थरों का भंडार और अन्य हथियार थे।
शहर के अधिकांश हिस्सों में भी इसी तरह के हालात देखने को मिले। प्रदर्शनकारियों ने कई दुकानों को तहस-नहस कर दिया, मोटरसाइकिल-रिक्शा और दुपहिया वाहनों को आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने अधिकांश जगहों पर कंटीले तारों और टायरों में आग लगाकर यातायात को बाधित किया।
गाजी रोड से एक बहुत ही चौकाने वाली घटना देखने को मिली जहां टीएलपी कार्यकर्ताओं के एक दल ने जिसमें अधिकतर युवक शामिल थे कार में सवार एक परिवार पर हमला किया। प्रदर्शनकारियों ने सभी को गाड़ी से बाहर निकालकर परिवार के मुखिया को प्रताड़ित किया।
एक अन्य घटना में प्रदर्शनकारियों ने कच्चा जेल रोड स्थित सात दुकानों की खिड़कियों के शीशे तोड़कर वहां से कीमती सामान लूट लिया। एक दुकानदार ने आरोप लगाया कि हमलावरों ने उनसे 15 हजार रुपए छीन लिए।
गढ़ी साहू के नजदीक प्रदर्शनकारियों के एक दल ने मरीज को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल ले जा रहे एक मोटरसाइकिल-रिक्शा को रोककर उसमें आग लगा दी। प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप है कि चालक एक हमले में घायल जहांगीर मोहम्मद को इलाज के लिए अस्पताल ले जा रहे थे।