लखनऊ। रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में भारत के लिए आज बेहद ही खास दिन है। खास दिन क्यों है इसका कारण भी हम आपको बता रहे हैं। आज उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रक्षा मंत्रालय और भारत सरकार अपने हथियारों की एक बहुत बड़ी प्रदर्शनी लगाने जा रही है। रक्षा प्रदर्शनी एशिया की सबसे बड़ी मानी जा रही है। पांच दिन तक चलने वाली इस प्रदर्शनी में दुनियाभर के तमाम देश हिस्सा ले रहे हैं। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।
इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे। सही मायने में इसको ‘डिफेंस एक्सपो’ का नाम दिया गया है। इस प्रकार का आयोजन उत्तर प्रदेश में पहली बार किया जा रहा है। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हथियारों के आयात से भारत कभी भी दुनिया की एक बड़ी ताकत नहीं बन सकता है । इसके लिए भारत को एक डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग-हब बनाने की जरूरत है।
पिछले वर्षों में भारत का दुनिया में दबदबा बढ़ा है : राजनाथ सिंह
डिफेंस एक्सपो के आयोजन के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि पीएम मोदी के कार्यकाल में दुनियाभर में भारत का दबदबा बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि भारत को संजीदगी से लेना शुरू कर दिया है। इसके लिए बेहद जरूरी है कि भारत एक आर्थिक ताकत भी बन सके। भारत को फाइव ट्रिलियन ईकोनोमी बनाया जा सके ताकि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी ईकोनोमी बन सके। रक्षा मंत्री ने बताया कि इस बार डिफेंस एक्सपो में कुल 1028 कंपनिया हिस्सा ले रही है जिसमें 172 विदेशी कंपनियां हैं।
इस प्रदर्शनी में दुनिया के 70 देश हिस्सा ले रहे हैं
राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की राजधानी में पहली बार हो रहे इस डेफ एक्सपो में दुनियाभर के 70 देश हिस्सा ले रहे हैं। करीब 40 देशों के मंत्री इस बार डिफेंस एक्सपो में शिरकत कर रहे हैं। इस बार फ्रांस, यूएस, रशिया और दक्षिण कोरिया के साथ भारत रक्षा क्षेत्र में सहयोग को लेकर डिफेंस एक्सपो के दौरान विशेष तौर से बैठक और सेमिनार का आयोजन कर रहा है।
अफ्रीकी देशों के साथ पहली बार भारत में इस दौरान एक खास बैठक का आयोजन किया गया है। पांच दिन चलने वाले डिफेंस एक्सपो में करीब 500 बीटूबी यानि बिजेनस मीटिंग होने वाली हैं। इस दौरान कई अहम एमओयू पर हस्ताक्षर होने जा रहे हैं।
पीएम मोदी करेंगे इस रक्षा प्रदर्शनी का उद्घाटन
11वें डिफेंस एक्सपो की आज शुरुआत होगी। एशिया की इस सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी में 40 देशों के रक्षामंत्री भाग लेंगे। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। पहली बार तिरंगे के निशान वाले राफेल लड़ाकू विमान को पेश करेगा।अमेरिका की कंपनी लॉकहीड मार्टिन भी एफ-35 लाइटनिंग सेकेंड को पहली बार दुनिया को दिखाएगा। अमेरिका यह लड़ाकू विमान भारत को बेचना चाहता है। पहले डिफेंस एक्सपो दिल्ली में होता था।
मोदी सरकार के दौरान हुए सभी डिफेंस एक्सपो रक्षामंत्रियों के गृह राज्य में हुए। 2016 में जब मनोहर पर्रिकर रक्षा मंत्री थे, तब यह गोवा में हुआ था। 2018 में डिफेंस एक्सपो तमिलनाडु में हुआ था, तब रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण थीं। सीतारमण तमिलनाडु से हैं। इस साल होने वाला डिफेंस एक्सपो लखनऊ में हो रहा है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ से ही सांसद हैं।
फाइटर प्लेन और हैरतअंगेज हथियाराें की की होगी नुमाइश
उत्तर प्रदेश की राजधानी के वृंदावन मैदान में लगा हथियारों का मेला लगा है। थलसेना के हथियारों में पिनाक मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर और धनुष तोप के अलावा इंटीग्रेटेड मल्टीफंक्शन साइट, स्मॉल आर्म्स एडवांस्ड होलोग्राफिक साइट, आई सेफ लेजर, नाइट विजन डिवाइसेज, बॉर्डर सर्विलांस सिस्टम, लेजर ऑर्डिनेंस डिस्पोजल सिस्टम, लेजर डैजलर्स, ऑप्टिकल टारगेट लोकेटर व एक्सप्लोसिव डिटेक्टर को दिखाया जाएगा।
इस दौरान फाइटर जेट्स – सुखोई 30 एमकेआई, जगुआर फाइटर प्लेन, चिनूक और चीता हेलीकॉप्टर भी लखनऊ एयरपोर्ट और बक्शी का तालाब एयरपोर्ट से उड़ान भरेंगे। एक्सपो 5 से 7 फरवरी तक आमंत्रित लोगों के लिए खुला रहेगा, जबकि अंतिम 2 दिन 8 व 9 फरवरी को इसे आम जनता के लिए खोला जाएगा।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार