टोक्यो। जापान ने टोक्यो ओलम्पिक को कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते 2021 तक स्थगित करने का फैसला किया है लेकिन ओलम्पिक ज्योति जापान में ही रहेगी और इन खेलों का नाम ओलम्पिक और पैरालम्पिक टोक्यो 2020 ही रहेगा।
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाक के साथ मंगलवार को कॉन्फ्रेंस कॉल करने के बाद एक संयुक्त बयान जारी कर यह घोषणा की। उनके साथ टोक्यो 2020 आयोजन समिति के अध्यक्ष मोरी योशिरो, ओलम्पिक मंत्री हाशिमोतो सीको, टोक्यो के गवर्नर कोइके यूरिको, आईओसी समन्वय आयोग के अध्यक्ष जॉन कोट्स, आईओसी के महानिदेशक क्रिस्टोफ डी केपर और आईओसी के ओलम्पिक खेलों के कार्यकारी निदेशक क्रिस्टोफ डूबी मौजूद थे।
आबे और बाक ने वैश्विक महामारी बन चुके कोविड-19 पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे लिए लोगों का जीवन सबसे बड़ी चिंता है और हमें यह भी देखना था कि कोरोना के कारण दुनिया भर के खिलाड़ियों की तैयारियों पर इसका क्या प्रभाव पड़ रहा था।
दोनों ने इस बात पर सहमति जताई कि ओलम्पिक ज्योति जापान में ही रहेगी और इन खेलों का नाम ओलम्पिक और पैरालम्पिक टोक्यो 2020 ही रहेगा। दोस्ताना और सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई इस बैठक में आबे और बाक ने टोक्यो 2020 आयोजन समिति के काम की सराहना की और साथ ही इस बात का भी जिक्र किया कि जापान ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में उल्लेखनीय प्रगति की है।
कोरोना के बढ़ते वैश्विक आंकड़ों और पूरे यूरोप के इसके गिरफ्त में आने को देखते हुए आईओसी के अध्यक्ष और जापान के प्रधानमंत्री ने यह निष्कर्ष निकाला कि टोक्यो ओलम्पिक के आयोजन की तारीख को आगे बढ़ाया जाए लेकिन इसे हर हाल में 2021 की गर्मियों तक आयोजित कर लिया जाए। इससे एथलीटों, खेलों के आयोजन से जुड़े हर व्यक्ति और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की सुरक्षा हो सकेगी।
दोनों नेताओं में इस बात पर भी सहमति थी कि टोक्यो ओलम्पिक खेल ऐसे संकट के समय में दुनिया के लिए उम्मीद की किरण रहेंगे और ओलम्पिक मशाल उम्मीद की ज्वाला को प्रज्ज्वलित रखेगी।