टोक्यो। भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविनाबेन पटेल को रविवार को टोक्यो पैरालिंपिक में हुए महिला एकल वर्ग के फाइनल में दुनिया की नंबर एक चीन की पैडलर यिंग झोउ से हारने के बाद रजत पदक से संतोष करना पड़ा। टोक्यो पैरालिंपिक 2020 में यह भारत मिला पहला पदक है।
इसके साथ ही भाविनाबेन पैरालंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी भी बन गईं। वह दीपा मलिक (2016 में) के बाद पैरालिंपिक में पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला हैं।
आज यहां 19 मिनट तक चले मुकाबले में भाविनाबेन को दो बार स्वर्ण पदक विजेता चीनी खिलाड़ी पैडलर यिंग झो से 7-11 5-11 6-11 से हार का सामना करना पड़ा।
इससे पहले भाविनाबेन पटेल ने शनिवार को इतिहास रचते सर्बिया की गत चैंपियन बोरिसलावा पेरीक रैंकोविक को हराकर पैरालम्पिक्स की टेबल टेनिस स्पर्धा के फ़ाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई थी। इसके साथ ही उन्होंने देश के लिए इन खेलों में कम से कम रजत पदक सुनिश्चित कर दिया था।
मोदी ने भाविना पटेल से बात कर उन्हें शुभकामनाए दीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो पैरालंपिक के महिला टेबल टेनिस मुकाबले में रजत पदक जीतने वाली भाविना पटेल से बात कर उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों के अनुसार मोदी ने रविवार को भाविन से बातचीत के दौरान उन्हें शाबाशी दी और उनके प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने इतिहास रचा है। प्रधानमंत्री ने भविष्य के मुकाबलों के लिए उन्हें शुभकामनाएं भी दी।
भाविना पटेल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात के वडनगर मेहसाणा के सोंधिया की रहने वाली हैं। प्रधानमंत्री ने उन्हें बताया कि वह कई बार सोंधिया गए हैं। उन्होंने पूछा कि सोंधिया में अभी उनके परिवार के कौन-कौन लोग रहते हैं इस पर भाविना ने कहा कि उनके माता-पिता अभी वहीं रहते हैं।
उल्लेखनीय है कि भाविना पटेल टोक्यो पैरालंपिक के महिला टेबल टेनिस के फाइनल मुकाबले में हार गई जिससे उन्हें रजत पदक के साथ संतोष करना पड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भाविना पटेल को फाइनल में पहुंचने के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी थी।