अजमेर। राजस्थान में एक बस की तलाशी में मिले चार करोड़ रूपए की नगदी आतंकवाद फैलाने या हवाला कारोबार में इस्तेमाल करने के प्रयास की जांच की जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि एटीएस जयपुर और आयकर विभाग ने गुरुवार सुबह शाहपुरा टोलबूथ पर एक वीडियोकोच बस को रुकवाकर उसमें से चार करोड़ रुपए की नगदी प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की है। यह नगदी दो हजार रुपए के नए नोटों की गड्डियों में थी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार दिल्ली अहमदाबाद के बीच चलने वाली एक निजी ट्रेवल्स की बस से यह नगदी प्राप्त की गई जो कि भीलवाड़ा के एक कांग्रेसी पार्षद की बताई जा रही है। संयुक्त कार्यवाही के बाद अधिकारी प्रारंभिक तौर पर नगदी की बरामदगी को हवाला अथवा आतंकवादियों को मदद की निगाह से देख रहे हैं। पुलिस पार्षद के अन्य ठिकानों पर भी छापे मारने की कार्यवाही कर रही है।
सूत्रों के अनुसार एटीएस जयपुर को सूचना मिली की दिल्ली से आकर अहमदाबाद की ओर जा रही वीडियोकोच बस में अवैध तौर पर बड़ी राशि लाई जा रही है। जिस पर शाहपुरा टोल नाके पर बस को रूकवाकर तलाशी ली गई तो बस में सवार बनवारी नामक युवक के कब्जे से चार बक्सों में रखे चार करोड़ की नगदी बरामद कर ली गई।
बनवारी भीलवाड़ा के कांग्रेसी पार्षद फैजल राउफ का कर्मचारी बताया जा रहा है। पूछताछ में बनवारी ने एटीएस की टीम को बताया कि वह किसी काम से दिल्ली गया था और लौटते समय एक परिचित ने चार डिब्बे दिए और कहा कि इसमे इलेक्ट्रॉनिक का सामान है जिसे भीलवाड़ा में पार्षद फैजल राउफ को पहुंचा देना।
एटीएस की टीम बनवारी के बयान पर पूरी तरह भरोसा नहीं कर रही और पता लगाने में जुटी है कि इतनी बड़ी राशि किस मकसद से मंगवाई गई। फिलहाल इतनी बड़ी नगदी की बरामदगी से एटीएस व आयकर विभाग की टीमें हरकत में आई हुई है और मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।