टोंक। राजस्थान में टोंक जिले के नगर फोर्ट थाना क्षेत्र में अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) निरस्त होने पर एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
एएसआई रतन लाल ने बताया कि थाना क्षेत्र के रानीपुरा निवासी लोकेश मीणा (27) बूंदी जिले के हिंडोली कस्बे में सार्वजनिक निर्माण विभाग में एलडीसी पद पर कार्यरत था। बीती रात को वह अपने कमरे में सो गया।
सुबह करीब 4 बजे उसकी पत्नी उठी तो लोकेश को पंखे के फंदे से लटका देख चिल्लाई। रोने की आवाज सुनकर परिवार के अन्य सदस्य भी जाग गए। इसके बाद लोकेश को नीचे उतारकर अस्पताल लाए, जहां डॉक्टर ने मृत घाोषित कर दिया।
बताया गया है कि लोकेश ने रीट में रिश्तेदारों को पास कराने के लिए 40 लाख रुपए साहूकारों से लेकर दलालों को दिए थे। एस ओ जी की जांच शुरू हुई तो वह परेशान हो गया। कर्ज वसूली को लेकर साहूकारों ने दबाव बनाया था।
सोमवार को मुख्यमंत्री ने परीक्षा निरस्त करने की घोषणा कर दी। इसके बाद से उसकी परेशानी और बढ़ गई। वह इतना तनाव में आया कि सोमवार की रात फांसी लगा ली। एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें कुछ लोगों के नाम हैं।