कोलकाता। पश्चिम बंगाल में केंद्रीय चिकित्सा स्टोर के अतिरिक्त निदेशक डॉ विप्लव कांति दासगुप्ता का रविवार को कोरोना वायरस के संक्रमण से मौत हो गई। राज्य में किसी चिकित्सा अधिकारी की कोरोना के संक्रमण से मौत का यह पहला मामला है।
पश्चिम बंगाल डाक्टर्स फोरम ने यहां एक बयान में कहा कि राज्य में हमारी मेडिकल बिरादरी के सदस्य की मौत का यह पहला मामला सामने आया है। दुर्भाग्य से वह कोरोना वायरस से संक्रमित हो गये थे और उनकी पत्नी की भी जांच रिपोर्ट संक्रमण की पुष्टि हुई है।
फोरम ने कहा कि यह ध्यान योग्य है कि पिछले कुछ हफ्तों में कोरोना वायरस से संक्रमित बहुत से स्वास्थ्य कर्मियों का निदान किया गया जबकि कई अन्य क्वारंटीन में हैं। हमने स्वास्थ्य और प्रशासनिक अधिकारियों से आग्रह किया कि वे इस मामले को गंभीरता से देखें क्योंकि यह गंभीर चिंता का विषय है। सीमित संसाधनों के साथ हम ऐसी स्थिति से निपट नहीं सकते। फोरम ने प्रत्येक स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं का गहन परीक्षण और आईसीएमआर के दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन किये जाने पर जोर दिया।
फोरम ने अपने बयान में कहा कि अंतत: हम राज्य सरकार से प्रतिदिन एक अलग मेडिकल बुलेटिन जारी करने का अनुरोध करते हैं ताकि हम उपचार और क्वारंटीन के तहत स्वास्थ्य कर्मियों की स्थिति से अवगत हो सके।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डॉ दासगुप्ता के निधन पर मौत पर शोक व्यक्त किया है। उन्होने अपने ट्वीट में कहा कि हमें डा. दासगुप्ता के आकस्मिक निधन की बहुत पीड़ा है। मानवता के साथ बीमार लोगों की सेवा जुटे डा. दासगुप्ता का बलिदान हमेशा हमारे हृदय में रहेगा और हम अपने कोरोना योद्धाओं की जंग को और दृढता से लडेगें। मेरी डा. दासगुप्ता के परिजनों और सहयोगियों के प्रति गहरी संवेदना है।